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कन्या उत्थान का लाभ दिलाने के लिए छात्राओं को झांसा दे रहे बिचौलिये

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कन्या उत्थान का लाभ दिलाने के लिए छात्राओं को झांसा दे रहे बिचौलिये

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-विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्राओं को कन्या उत्थान के नाम पर बिचौलियाें के झांसे में नहीं आने को कहा-कई साइबर कैफे संचालक भी पोर्टल पर नाम दर्ज कराने और खाते में पैसा भिजवाने का कर रहे दावा

मुजफ्फरपुर.

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में स्नातक उत्तीर्ण छात्राओं को मुख्यमंत्री कन्या उत्थान योजना का लाभ देने के लिए उनका डेटा पोर्टल पर अपलोड करने की प्रक्रिया चल रही है. 11 जनवरी को इसकी आखिरी तिथि है. बड़ी संख्या में छात्राओं का नाम अभी पोर्टल पर प्रदर्शित नहीं हो रहा है. इसका फायदा उठाते हुए विश्वविद्यालय परिसर और आसपास बिचौलिये सक्रिय हो गये हैं. वे यहां शिकायत लेकर पहुंचने वाली छात्राओं को पांच से 10 हजार तक रुपये एडवांस में देने पर डेटा अपलोड करने से लेकर पैसा उनके खाते में शीघ्र भेजने का दावा कर रहे हैं.

छात्राओं का डेटा अपलोड किया जा रहा है.

ऐसे में विश्वविद्यालय प्रशासन ने छात्राओं को इनसे सावधान रहने को कहा है. इसको लेकर डीएसडब्ल्यू कक्ष के बाहर पोस्टर भी लगाया गया है. इसमें कहा गया है कि विश्वविद्यालय के स्तर से छात्राओं का डेटा अपलोड किया जा रहा है. इसके लिए किसी को भी पैसे देने की जरूरत नहीं है. 11 जनवरी से पूर्व छात्राओं का नाम पोर्टल पर दिखने लगेगा. कुल 60 हजार छात्राओं का नाम पोर्टल पर अपलोड करना है. कई साइबर कैफे संचालक भी छात्राओं काे पांच से 10 हजार रुपये देने पर नाम अपलोड कराने से लेकर विश्वविद्यालय स्तर पर सत्यापन और पटना से आवेदन को वेरिफाई करवाने का दावा कर रहे हैं. इनसे भी सावधान रहने को कहा गया है.

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डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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