10 लाख के पेंशन घोटाला में छानबीन शुरू

10 लाख के पेंशन घोटाला में छानबीन शुरू

By Prabhat Khabar News Desk | April 18, 2024 1:03 AM

10 लाख के पेंशन घोटाला में छानबीन शुरू, तत्कालीन डिप्टी पोस्टमास्टर समेत तीनों आरोपियों पर गिरफ्तारी की तलवार

फर्जी बचत खाता खोलने में तत्कालीन डिप्टी पोस्टमास्टर की आइडी का हुआ था इस्तेमाल

केस के आइओ प्रधान डाकघर पहुंच कर पूरे मामले की बारीकी से करेंगे छानबीन

संवाददाता, मुजफ्फरपुर

प्रधान डाकघर में जीरो राशि से फर्जी खाता खोलकर 10 लाख रुपये की किये गए पेंशन घोटाला में पुलिस ने छानबीन शुरू कर दी है. सहायक डाक अधीक्षक पूर्वी मनीष कुमार राव के लिखित शिकायत पर नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गयी है. इसमें तत्कालीन डिप्टी पोस्ट मास्टर मोतीपुर थाना के बरहमपुर कर्मन निवासी दीनानाथ प्रसाद साह, समस्तीपुर जिला के दलसिंहसराय के अजनौल बाहापुर निवासी तत्कालीन सहायक डाकपाल बचत सुरेश कुमार और कांटी थाना के पानापुर निवासी तत्कालीन बचत सहायक प्रधान डाकघर अरविंद कुमार को आरोपी बनाया है. केस के आइओ नगर थाने के अपर थानेदार दारोगा राजकुमार को बनाया गया है. प्राथमिकी दर्ज होने के बाद वह तीनों आरोपियों के बारे में साक्ष्य इकट्ठा करना शुरू कर दिया है. वह गुरुवार को प्रधान डाकघर पहुंच कर छानबीन करेंगे. फर्जी आइडी बनाने में तीनों आरोपियों की जो आइडी का इस्तेमाल किया गया था. इस संबंध में भी छानबीन करेंगे. आइओ का कहना है कि जिन खातों में रुपये का ट्रांसफर किया गया था. उन खाताधारकों के बारे में भी जानकारी जुटाई जाएगी.

थाने में दर्ज प्राथमिकी में सहायक डाक अधीक्षक पूर्वी मनीष कुमार राव ने बताया है कि पांच अक्टूबर 2023 को तुलसी नारायण नामक व्यक्ति के द्वारा पत्र भेजा गया. इसमें 16 अगस्त 2023 को शून्य राशि से खोले गए फर्जी बचत खाता 010031048407 से संबंधित था. इस फर्जी खाता को खोलने में फाइनेंशियल आइडी तत्कालीन डिप्टी पोस्ट मास्टर दीनानाथ प्रसाद साह का था. उसे सत्यापित सुरेश कुमार के द्वारा किया गया. इसके बाद उस खाते में फर्जी तरीके से 16 अगस्त 2023 को माखन राम के पेंशन खाता से चार लाख 97 हजार 867 और 19 सितंबर 2023 को नंद कुमार सिंह जो गोपालगंज डाकघर का था उसके पेंशन खाते से चार लाख 95 हजार 641 रुपये फर्जी तरीके से भेजा गया. इसके बाद 18 सितंबर 2023 को एक हजार और चार लाख 96 हजार व उसके अगले दिन चार लाख 95 हजार रुपये नेफ्ट और आरटीजीएस के माध्यम से गबन किया गया. प्रधान डाकघर में जो तीनों आरोपियों ने मिलकर फर्जी बचत खाता खोला था वह इमामबाड़ा रहमत अली रोड निवासी वाहिद रहमान के नाम पर खोला गया था. दोनों अधिकारियों से फर्जी खाता खोलने के संबंध में पूछताछ की गयी तो उन्होंने इनकार किया. साथ ही खाता खुलने का फॉर्म, केवाईसी, जमा रशीद से संबंधित साक्ष्य प्रधान डाकघर से गायब कर दिया गया था. पूरे मामले की जांच करायी गयी तो पता चला कि 16 अगस्त 2023 को चार लाख 97 हजार 867 और चार लाख 95 हजार 641 रुपये का ट्रांसफर 19 अगस्त 2023 को पेंशन मद में सिवान प्रधान डाकघर एचआरएमएस से हुआ. जो संध्या रानी से वाहिद रहमान के खाते में किया गया था. इसके बाद 18 अक्टूबर 2023 को नौ लाख 92 हजार 500 रुपये स्वत: उसी खाते में आरटीजीएस से वापस आ गया. इसे 18 अक्टूबर 2023 को फ्रिज कर दिया गया. 27 अक्टूबर 2023 को सदर थाना क्षेत्र के शेरपुर निवासी विनोद कुमार ने प्रधान डाकघर में एक पत्र भेजा इसमें बताया था कि उनके एचडीएफसी खाते में बिना किसी जेम ऑर्डर के नौ लाख 92 हजार रुपये आ गया है. जिसे वे अपने खाते से डाकघर के खाता संख्या में आरटीजीएस के माध्यम से वापस भेज दिया.

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