मुजफ्फरपुर : जिले के सकरा थाना क्षेत्र के मोहमदपुर कोठी इलाके में तिरहुत नहर का तटबंध टूट गया है. तटबंध टूटने से पूरे इलाके में अफरा तफरी मच गई. जानकारी के अनुसार शनिवार की देर रात करीब 11 बजे तटबंध के रिसाव शुरू हुआ. उसके बाद देखते ही देखते कुछ ही घंटों में पानी के तेज धारा ने तटबंध को तोड़ दिया. तटबंध टूटने के बाद बाढ़ का पानी इलाके में तेजी से फैलने लगा.
![Flood In Bihar : तिरहुत नहर का तटबंध टूटा, मुजफ्फरपुर पूसा रोड मार्ग फिलहाल बंद, देखें तस्वीरें 1 Undefined](https://pkwp1.prabhatkhabar.com/wp-content/uploads/Prabhatkhabar/2020-08/1290320e-050f-44a2-8efa-f30f7411a509/cae452e5_be03_445f_8ef0_b8bccea46609.jpg)
इसके बाद आस पास के इलाके में रह रहे लोगों ने ऊंचे जगहों का सहारा लेना शुरू कर दिया है. तटबंध के टूटने से इलाके में भय का माहौल बना हुआ है. बता दें कि पहले से मुजफ्फरपुर में बाढ़ का कहर झेल रहा है. इस तटबंध टूटने से पानी नए इलाकों में प्रवेश कर गया है. जिसके कारण ग्रामीण परेशान और भयभीत हैं. पानी तेजी से सकरा की ओर बढ़ रहा है. पिलखी में पानी सड़क पर आ गया है. मुजफ्फरपुर पूसा रोड मार्ग को फिलहाल बंद कर दिया गया है.
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प्रशासन की ओर से जारी सूचना में कहा गया है कि सुबह करीब 3 बजे तिरहुत नहर का दायां तटबंध टूट गया. इसके पास आसपास के करीब 200 परिवार सुरक्षित स्थानों पर चले गये हैं. एनडीआरएफ की दो टीम मौके पर मौजूद है. जान का नुकसान होने की खबर नहीं है. तिरहुत प्रमंडल के अभियंता मौके पर मौजूद हैं. स्थिति पर नजर रखी जा रही है. बूढ़ी गंडक का तटबंध पूरी तरह सुरक्षित है.
इधर, अहियापुर इलाके के विजय छपरा रिंग बांध कटने से अब बूढ़ी गंडक का पानी तेजी से फैल रहा है. शनिवार को भिखनपुर, मिठनपुरा, रसुलपुर वाजिद, झपहां डीह, नेउरी सहित कई नये मोहल्ले में चार से पांच फीट तक पानी जमा हो गया है. इन मोहल्ले में रहने वाले लोग घर की छत पर शरण ले चुके है. कई लोग अपने घर में फंस गये है. लोगों का कहना है कि शुक्रवार की रात से लेकर शनिवार की रात तक काफी तेजी से पानी फैला है.
पानी फैलने से धान की फसल के साथ ही पशुओं के लिए चारा की विकट समस्या उत्पन्न हो गयी है. ग्रामीण सड़कों पर पानी चढ़ने से यातायात बाधित हो गया है. नाव के अभाव में लोगों को दैनिक कार्य करने में काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है. लोगों का कहना है कि कल तक इलाका सूखा था. रात में अचानक हमलोग बाढ़ के बीच घिर गये. अपने भोजन के साथ साथ पशुओं के लिए चारा जुटाना भी मुश्किल हो गया है. मेडिकल के सामने के इलाके में सुबह से शाम तक तीन फीट पानी बढ़ा है. घरों में फंसे लोग जान जोखिम में डाल कर सामान निकाल रहे है.
इधर, शनिवार को भी बूढ़ी गंडक का पानी खतरे के निशान से ऊपर था. जल संसाधन विभाग के रिपोर्ट की माने तो पिेछले 24 घंटे में बूढ़ी गंडक के जलस्तर में 13 सेमी की कमी आयी है. इसका वर्तमान जलस्तर 53.78 मीटर है जबकि डेंजर लेवल 52.53 मीटर है. वहीं बागमती नदी के जल स्तर में बढ़ोतरी जारी है. इसका वर्तमान जल स्तर 55.90 मीटर है जबकि डेंजर लेवल 55.23 मीटर है. गंडक नदी का जल स्तर भी खतरे के निशान से थोड़ा ऊपर है. इसका वर्तमान जल स्त्र 54.45 मीटर है, जबकि डेंजर लेवल 54.41 मीटर है.
posted by ashish jha