15.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 06:33 am
15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

दो बच्चे में एइएस की पुष्टि, आठ बच्चे अब तक पीड़ित

Advertisement

दो बच्चे में एइएस की पुष्टि, आठ बच्चे अब तक पीड़ित

Audio Book

ऑडियो सुनें

मुजफ्फरपुर. बच्चे एइएस से पीड़ित होकर एसकेएमसीएच के पीकू वार्ड में भर्ती हो रहे हैं. स्वास्थ्य विभाग की ओर से जारी रिपोर्ट के अनुसार जिले के मनियारी स्थित केरमा गांव के रहने वाले विजय कुमार के आठ साल के बेटे सुनरान में एइएस की पुष्टि हुई है. इधर, वैशाली के बिदुपुर निवासी राजेश सिंह के पांच साल के बेटे आयुष कुमार में भी एइएस की पुष्टि हुई है. हालांकि आयुष को उसके परिजन बिना बताये पीकू से लेकर चले गये. जिसके बाद एसकेएमसीएच के अधीक्षक ने उसे लामा घोषित कर दिया है. हालांकि इलाज के बाद एइएस पीड़ित बच्चा स्वस्थ होकर अपने घर लौट गये हैं. अब तक आये चार बच्चों में एइएस की पुष्टि हुई है. इसमें दो बच्चे सीतामढ़ी व एक शिवहर व एक वैशाली का बताया जाता है. सिविल सर्जन ने कहा कि बच्चों की बढ़ती संख्या को देखते हुए जिले में एइएस को लेकर जागरूकता बढ़ा दी गयी है. बच्चों को धूप में नहीं निकलने व बासी खाना नहीं खाने की सलाह दी जा रही है. शिशु रोग विशेषज्ञ डॉ गोपाल शंकर सहनी ने बताया कि बच्चों को इलाज के लिए एसकेएमसीएच लाया जा रहा है. बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे पीकू वार्ड में भर्ती कर एइएस के प्राेटोकॉल के तहत इलाज शुरू किया जाता है. उन्होंने कहा कि बीमार पड़ने पर अगर बच्चे को सही समय पर इलाज की सुविधा मिले तो उसकी जान बचायी जा सकती है.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें