16.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

चिकित्सक की देखरेख में गर्भवती महिलाओं की चार बार करवाएं एएनसी जांच: सिविल सर्जन

Advertisement

समीक्षा बैठक सह कार्यशाला आयोजित

Audio Book

ऑडियो सुनें

मुंगेर. जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में लगने वाले एएनसी जांच शिविर में चिकित्सक की देखरेख में गर्भवती महिलाओं का प्रसव के दौरान चार बार प्रसव पूर्व जांच करायें. इसमें किसी प्रकार की लापरवाही नहीं बरतें. उक्त बातें शनिवार को फैब्रिकेटेड हॉस्पिटल सभागार में आयोजित जिला स्तरीय प्रखंड सामुदायिक उत्प्रेरक और आशा फैसिलिटेटर की समीक्षा बैठक सह कार्यशाला के दौरान सिविल सर्जन डॉ विनोद कुमार सिन्हा ने कही. उन्होंने बताया कि एक किसी भी गर्भवती महिला का स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉक्टर की देखरेख में एंटी नेटल चेकअप (एएनसी) जांच करवाना अति आवश्यक है. क्योंकि इसी के आधार पर गर्भवती महिलाओं में हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) का पता चलता है. साथ ही इसी के अनुसार विभिन्न स्वास्थ्य संस्थानों में संस्थागत प्रसव के दौरान उक्त गर्भवती महिला का विशेष सावधानी का ख्याल रखते हुए संस्थागत प्रसव कराया जाता है. उन्होंने बताया कि ऐसा मानना है कि चारों एएनसी जांच करवाने वाली महिलाओं की कुल संख्या में से करीब 10 % गर्भवती महिलाओं में हाई रिस्क प्रेगनेंसी (एचआरपी) की आशंका रहती है. जिला सामुदायिक उत्प्रेरक (डीसीएम) निखिल राज ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2023-24 के दौरान जिला परिवार नियोजन कि स्थिति अच्छी नहीं रही है. इसलिए 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले परिवार नियोजन पखवारा के दौरान लक्ष्य के अनुरूप परिवार नियोजन के स्थाई साधन के रूप में महिला बंध्याकरण और पुरुष नसबंदी करवाने के लिए अभी से तैयारी शुरू करें. जिला योजना समन्वयक (डीपीसी) सुजीत कुमार ने सभी आशा फैसिलिटेटर से अधिक से अधिक संख्या में सदर अस्पताल परिसर में स्थित पोषण एवं पुनर्वास केंद्र में कुपोषित बच्चों को भर्ती करवाने की बात कही. मौके पर डीपीएम मो फैजान आलम अशरफी, डीडीए सुशील कुमार, डीएमएंडई शशि कुमार आदि मौजूद थे.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें