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मानवाधिकार समाज में समानता और न्याय सुनिश्चित करने का आधार

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महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा मानवाधिकार दिवस के अवसर पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य संरक्षक कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव थे .

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मोतिहारी.महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय के राजनीति विज्ञान विभाग द्वारा मानवाधिकार दिवस के अवसर पर एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में मुख्य संरक्षक कुलपति प्रो. संजय श्रीवास्तव थे . मुख्य अतिथि के रूप में सामाजिक विज्ञान संकाय के संकायध्यक्ष प्रो. सुनील महावर , जयपुर के स्कूल ऑफ सोशल साइंसेज के निदेशक प्रो. राजेश शर्मा ने बीज वक्ता के रूप में विचार प्रस्तुत किए.कार्यक्रम की शुरुआत विभागाध्यक्ष डॉ. सरिता तिवारी द्वारा स्वागत भाषण और विषय प्रवेश से हुई. उन्होंने मानवाधिकारों के सार्वभौमिक घोषणा पत्र की चर्चा करते हुए बताया कि इसे तैयार करने में श्रीमती एलेनोर रूजवेल्ट के अथक प्रयासों का महत्वपूर्ण योगदान था. उन्होंने कहा, “उनके इस महान कार्य को उस समय के अमेरिका के राष्ट्रपति ने ””””””””वीमेन ऑफ द वर्ल्ड”””””””” का सम्मान दिया. मुख्य अतिथि प्रो. सुनील महावर ने कहा कि मानवाधिकार समाज में समानता और न्याय सुनिश्चित करने का आधार हैं। वहीं, प्रो. राजेश शर्मा ने अपने वक्तव्य में मानवाधिकारों के ऐतिहासिक और वैश्विक संदर्भों पर प्रकाश डाला.

प्रो. प्रसून दत्त ने अपने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि प्राकृतिक अधिकार ही मानवाधिकारों के मूल स्रोत हैं. कार्यक्रम के अंत में डॉ. नरेंद्र आर्य ने धन्यवाद ज्ञापन दिया। उन्होंने सभी अतिथियों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए मानवाधिकारों के प्रति प्रतिबद्धता बनाए रखने की अपील की. मौके पर विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं, संकाय सदस्यों और अन्य गणमान्य व्यक्तियों ने बड़ी संख्या में भाग लिया। कार्यक्रम ने मानवाधिकारों की महत्ता और उनके संरक्षण की आवश्यकता पर गहन विचार-विमर्श को प्रोत्साहित किया.

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डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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