24.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 07:36 pm
24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बिहार में दो महीने के अंदर ही 2.5 लाख मनरेगा जॉब कार्ड हुए डिलीट, जानिए क्या है वजह..

Advertisement

बिहार में दो महीने के अंदर ही ढाई लाख मनरेगा जॉब कार्ड डिलीट किए गए हैं. जानिए क्या है इसके पीछे की वजह...

Audio Book

ऑडियो सुनें

मनोज कुमार, पटना: नये वित्तीय वर्ष का अभी दो माह पांच दिन ही बीता है. लेकिन, इस दौरान बिहार में दो लाख 57 हजार 250 जॉब कार्ड डिलीट किये गये हैं. विभाग की ओर से इसके पीछे की वजह भी बतायी गयी है. विभाग का कहना है कि बहुत सारे लोग काम नहीं करना चाहते थे और जॉब कार्ड बनवा लिये थे. आधार कार्ड नहीं देने वालों का भी जॉब कार्ड डिलीट हुआ है. कई जगहों पर एक ही व्यक्ति के दो-दो जॉब कार्ड बन गये थे. बड़ी संख्या में जॉब कार्डधारी पलायन कर गये. ऐसे लाभुकों का भी जॉब कार्ड डिलीट किया गया है.

- Advertisement -

जॉब कार्ड डिलिट होने की वजह..

विभाग की ओर से यह भी बताया गया जिनका निधन हो गया है, उनका भी जॉब कार्ड डिलीट किया गया है. मनरेगा के स्टेट कार्यक्रम पदाधिकारी (एसपीओ) अनीश रंजन ने बताया कि जरूरी अहर्ता पूरी करने और कागजात देने के बाद डिलीट जॉब कार्ड पर फिर से विचार होता है.

ALSO READ: Sarakri Naukri: बिहार में आएगी बंपर वैकेंसी, इस विभाग में 15000 से अधिक पदों पर होगी नियुक्ति..

पिछले साल 21 लाख जॉब कार्ड हुए थे डिलीट

वित्तीय वर्ष 2023-24 में 21 लाख 13 हजार 194 जॉब कार्ड डिलीट किये गये थे. तब इस पर कई सवाल उठे थे. तकनीकी कारणों से जरूरतमंद ग्रामीणों का भी जॉब कार्ड डिलीट कर देने का आरोप लगा था. इस वजह से उनको काफी परेशानी हुई. एक बार जॉब कार्ड डिलीट हो जाने के बाद दोबारा इसे बनवाना सामान्य ग्रामीणों के लिए आसान नहीं होता.

पूर्णिया, अरवल, औरंगाबाद व समस्तीपुर में सबसे अधिक जॉब कार्ड डिलीट

  • पूर्णिया 31551
  • पटना 28377
  • औरंगाबाद 28209
  • अररिया 24741
  • समस्तीपुर 24388
  • गया 23966
  • रोहतास 21260
  • नालंदा 13195
  • बेगूसराय 10524
  • जमुई 10475
  • पश्चिम चंपारण 6147
  • शिवहर 5557
  • मधेपुरा 5079
  • वैशाली 4966
  • खगड़िया 4129
  • सीवान 3503
  • सीतामढ़ी 2897
  • दरभंगा 2815
  • मधुबनी 2563
  • कटिहार 2128
  • नवादा 2010
  • शेखपुरा 1887
  • सुपौल 1320
  • मुजफ्फरपुर 771
  • किशनगंज 657
  • गोपालगंज 555
  • भागलपुर 468
  • बांका 418
  • भोजपुर 415
  • बक्सर 398
  • पूर्वी चंपारण 310
  • लखीसराय 206
  • सारण 183
  • भभुआ 167
  • मुंगेर 117
  • जहानाबाद 94
  • सहरसा 79
  • अरवल 49

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें