23.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

किशोर कुणाल ने की पटना के महावीर मंदिर में दलित पुजारी की नियुक्ती, राम मंदिर के निर्माण में निभाई भूमिका

Advertisement

Kishore Kunal: किशोर कुणाल ने दलित समाज के साधुओं को मंदिरों का पुजारी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उन्होंने पटना के महावीर मंदिर में भी दलित पुजारी की नियुक्ती की.

Audio Book

ऑडियो सुनें

किशोर कुणाल: पटना के महावीर मंदिर न्यास के सचिव आचार्य किशोर कुणाल का कार्डियक अरेस्ट की वजह से रविवार सुबह निधन हो गया. कार्डियक अरेस्ट के बाद उन्हें तुरंत महावीर वत्सला अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. किशोर कुणाल की पहचान समाज, संस्कृति और आध्यात्म के प्रति समर्पित योद्धा के तौर पर रही है. पटना में महावीर मंदिर निर्माण, महावीर कैंसर अस्पताल जैसे अनेक कार्यों के वे प्रणेता रहे. किशोर कुणाल का जीवन न केवल एक प्रशासनिक अधिकारी के रूप में बल्कि एक धार्मिक प्रचारक और समाज सुधारक के रूप में भी प्रभावशाली रहा. 

- Advertisement -

राम मंदिर निर्माण में निभाई थी अहम भूमिका

एक प्रख्यात धार्मिक और सामाजिक व्यक्तित्व के तौर पर आचार्य किशोर कुणाल ने भारतीय समाज में अपने कार्यों से महत्वपूर्ण योगदान दिया. वे महावीर मंदिर न्यास के सचिव के रूप में कार्यरत थे और इसके माध्यम से उन्होंने धार्मिक गतिविधियों और समाज सेवा में अहम भूमिका निभा. इसके अलावा वे राम मंदिर ट्रस्ट के सदस्य भी थे, जहां उन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए अपने योगदान और समर्थन से धार्मिक समुदाय को प्रेरित किया. 

राष्ट्रपति से हो चुके हैं सम्मानित 

आचार्य किशोर कुणाल ने स्वास्थ्य और शिक्षा के क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण संस्थानों की स्थापना की, जो समाज के कल्याण में उनका योगदान दर्शाते हैं. उन्होंने महावीर कैंसर संस्थान, महावीर वात्सल्य अस्पताल, महावीर नेत्रालय और ज्ञान निकेतन स्कूल जैसी संस्थाओं की स्थापना की, जो आज भी हजारों लोगों के जीवन में बदलाव ला रही हैं. इन संस्थानों के माध्यम से उन्होंने समाज में स्वास्थ्य सेवाओं और शिक्षा की पहुंच को बेहतर बनाने की कोशिश की.उनके सामाजिक, सांस्कृतिक, शैक्षणिक योगदान को देखते हुए वर्ष 2008 में भगवान महावीर पुरस्कार से नवाजा गया. तत्कालीन राष्ट्रपति प्रतिभा पाटिल ने उन्हें यह पुरस्कार प्रदान किया था. 

2024 12 29T175659.970
किशोर कुणाल

किसान परिवार में हुआ था किशोर कुणाल का जन्म 

आचार्य किशोर कुणाल का जीवन प्रेरणा, संघर्ष, शिक्षा और सेवा का जीता-जागता मिसाल है. उनका जन्म 10 अगस्त 1950 को बिहार के मुजफ्फरपुर जिले के बरुराज गांव के एक सामान्य परिवार में हुआ था. पिता रामचंद्र शाही एक किसान और समाजसेवी थे और मां रूपमती देवी गृहिणी थीं. किशोर कुणाल की प्रारंभिक शिक्षा गांव के स्कूल से हुई थी और उन्होंने बरुराज हाई स्कूल से मैट्रिक की परीक्षा पास की. इसके बाद उन्होंने एलएस कॉजेल मुजफ्फरपुर से इंटरमीडिएट की पढ़ाई की.

बिहार की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें

गुजरात कैडर के IPS अफसर रहे कुणाल 

इसके बाद वो उच्च शिक्षा के लिए पटना गए और पटना विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक की डिग्री हासिल की. किशोर कुणाल ने अपनी पढ़ाई के साथ-साथ सिविल सेवा की तैयारी भी शुरू कर दी थी. 1972 में उनकी कड़ी मेहनत और लगन का फल मिला, जब वे गुजरात कैडर में भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी बने. उनकी पहली पोस्टिंग गुजरात के आणंद जिले में हुई, जहां उन्हें एसपी (सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस) बनाया गया. इसके बाद 1978 में उन्हें अहमदाबाद का पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) बनाया गया. 

किशोर कुणाल
किशोर कुणाल

1983 में बने पटना के SSP 

किशोर कुणाल ने कई महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया और समाज की सेवा की. 1983 में उन्हें पटना का एसएसपी (सुपरिटेंडेंट ऑफ पुलिस) बनाया गया, जहां उन्होंने कानून व्यवस्था बनाए रखने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. उसके बाद कुणाल ने 1990 से 1994 तक गृह मंत्रालय में ऑफिसर ऑन स्पेशल ड्यूटी के पद पर काम किया. अपनी प्रशासनिक दक्षता और निष्ठा से वे पुलिस सेवा में एक सम्मानित अधिकारी बने. 

पूर्व प्रधानमंत्री ने सौंपी थी अहम जिम्मेदारी 

आचार्य किशोर कुणाल की भूमिका एक मध्यस्थ के रूप में भी महत्वपूर्ण रही, खासकर जब वीपी सिंह की सरकार के दौरान उन्हें एक अहम जिम्मेदारी सौंपी गई। वीपी सिंह की सरकार ने अयोध्या विवाद को संभालने के लिए गृह राज्य मंत्री के नेतृत्व में 1990 में एक ‘अयोध्या सेल’ की स्थापना की थी। केंद्र सरकार द्वारा विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) और बाबरी मस्जिद कमेटी के बीच मध्यस्थता के लिए उन्हें विशेष अधिकारी नियुक्त किया गया था.

2024 12 29T180433.613
किशोर कुणाल ने की पटना के महावीर मंदिर में दलित पुजारी की नियुक्ती, राम मंदिर के निर्माण में निभाई भूमिका 5

साल 2000 में छोड़ दी IPS की नौकरी

साल 2000 में किशोर कुणाल ने एक ऐतिहासिक निर्णय लिया और अपनी आईपीएस आचार्य किशोर कुणाल का निधन, कार्डियक अरेस्ट के बाद अस्पताल में ली अंतिम सांसनौकरी से इस्तीफा दे दिया. उनका मन धर्म और आध्यात्म की दिशा में आगे बढ़ने के लिए प्रेरित था. इसके बाद उन्होंने धार्मिक कार्यों और समाज सेवा में खुद को पूरी तरह से समर्पित कर दिया. उन्हें केएसडी संस्कृत यूनिवर्सिटी दरभंगा के कुलपति की जिम्मेदारी सौंपी गई. जहां वो साल 2004 तक इस पद पर रहे. इसके बाद वे बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के प्रशासक बने. बिहार राज्य धार्मिक न्यास बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में उनके योगदान को कभी भुलाया नहीं जा सकता. उन्होंने कई महत्वपूर्ण सुधार किए और राज्य के प्रमुख मंदिरों को धार्मिक न्यास से जोड़ा. इससे न केवल मंदिरों का प्रशासन बेहतर हुआ, बल्कि धार्मिक गतिविधियों में भी पारदर्शिता और समृद्धि आई. 

पटना का महावीर मंदिर
पटना का महावीर मंदिर

पटना के महावीर मंदिर में नियुक्त किया दलित पुजारी

इसके अलावा किशोर कुणाल ने दलित समाज के साधुओं को मंदिरों का पुजारी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. यह कदम सामाजिक समानता और धार्मिक समावेशिता की दिशा में एक बड़ा कदम था, जिससे समाज में एक सकारात्मक बदलाव आया. उनके इस कार्य ने उन्हें समाज के सभी वर्गों में सम्मान और प्रेम दिलाया और वे एक प्रेरणा स्रोत बन गए.

इसे भी पढ़ें: आचार्य किशोर कुणाल का निधन, कार्डियक अरेस्ट के बाद अस्पताल में ली अंतिम सांस

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें