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उसना मिलरों के हड़ताल पर जाने से धान क्रय की रफ्तार ठप

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जिले में उसना मिलरों द्वारा मिलिंग चार्ज बढ़ाने को लेकर चल रहे हड़ताल के कारण जिले में धान क्रय की रफ्तार लगभग ठप हो गयी है. क्योंकि किसानों के धान खरीदने के लिए अधिकृत 95 प्रतिशत पैक्स समितियों और व्यापार मंडलों का कैश क्रेडिट समाप्त हो चुका है.

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भभुआ. जिले में उसना मिलरों द्वारा मिलिंग चार्ज बढ़ाने को लेकर चल रहे हड़ताल के कारण जिले में धान क्रय की रफ्तार लगभग ठप हो गयी है. क्योंकि किसानों के धान खरीदने के लिए अधिकृत 95 प्रतिशत पैक्स समितियों और व्यापार मंडलों का कैश क्रेडिट समाप्त हो चुका है. मिलर चावल कूटने का मिलिंग चार्ज बढ़ाने की मांग सरकार से कर रहे हैं. गौरतलब है कि जिले में फिलहाल 22 उसना मिल चालू हैं. इनसे विभिन्न क्रय समितियों को जिला सहकारिता विभाग सह धान क्रय नोडल विभाग द्वारा उसना चावल का मीलिंग कराने के लिए टैग किया गया है. लेकिन, उसना चावल का मिलिंग नहीं होने से क्रय समितियां धान के बदले कुटे जाने वाले चावल की आपूर्ति बिहार राज्य खाद्य निगम को नहीं कर पा रही हैं. इसके चलते निगम से चावल के बदले में दिया जाने वाला भुगतान बाधित हो चुका है. इस स्थिति में धान खरीदने के लिए सरकार स्तर से स्वीकृत कैश क्रेडिट समाप्त हो चुकने वाली क्रय समितियों ने धान का खरीद बंद कर दिया है. इधर, इस संबंध में मीरिया पैक्स के अध्यक्ष सच्चिदानंद सिंह, महुअत पैक्स के अध्यक्ष रमेश कुमार सिंह आदि ने बताया कि विभाग द्वारा शुरू में 20 प्रतिशत कैश क्रेडिट क्रय समितियों को किया गया था. बाद में फिर 20 प्रतिशत कैश क्रेडिट किया गया. मिलाजुला कर वर्तमान में 40 प्रतिशत कैश क्रेडिट अधिकांश समितियों का समाप्त हो चुका है. जिन समितियों के पास कैश क्रेडिट बचा है, उन समितियों द्वारा धान की खरीद की जा रही है. = अब तक 3499 किसानों से धान की खरीद इधर, इस संबंध सासाराम-भभुआ सहकारी बैंक लिमिटेड के उपाध्यक्ष सह नरहन पैक्स के अध्यक्ष विजय बहादुर सिंह ने बताया कि जिले में 95 प्रतिशत क्रय समितियों का कैश क्रेडिट समाप्त हो चुका है. इसके कारण धान क्रय की रफ्तार जिले में लगभग ठप पड़ गयी है. उन्होंने बताया कि जिले में वर्तमान में 22 उसना मिल है, जो मिलिंग चार्ज बढ़ाने को लेकर हड़ताल पर चल रहे हैं. जबकि, विभागीय अरवा मिलों द्वारा क्रय समितियों का चावल कूटा जा रहा है. लेकिन, सरकार को अधिक मात्रा में उसना चावल ही देना है. इधर, इस संबंध में जिला सहकारिता पदाधिकारी सह धान क्रय नोडल पदाधिकारी शशिकांत शशि ने बताया कि धान खरीद बंद नहीं है. किसानों का धान लिया जा रहा है. अब तक 3499 किसानों से 52 हजार 331 एमटी धान की खरीद की जा चुकी है. इन्सेट बैठक के बावजूद हड़ताल तोड़ने को तैयार नहीं हुए मिलर फोटो 28 मिलरों के साथ बैठक करते डीसीओ भभुआ. इधर, जिले में उसना मिलों के हड़ताल के बाद धान क्रय की बिगड़ी स्थिति को देखते हुए गुरुवार को जिला सहकारिता विभाग में जिला सहकारिता पदाधिकारी सह धान क्रय नोडल पदाधिकारी और बिहार राज्य खाद्य निगम के जिला प्रबंधक की अध्यक्षता में मिलरों के साथ एक बैठक की गयी. लेकिन, मिलरों द्वारा हड़ताल समाप्त करने पर सहमति नहीं प्रदान की गयी. मिलर मिलिंग चार्ज बढ़ाने की मांग पर डटे रहे. इधर, इस संबंध में डीसीओ सह धान क्रय नोडल पदाधिकारी शशिकांत शशि ने बताया कि मिलर हड़ताल तोड़ने पर राजी नहीं हो रहे हैं. मिलर मिलिंग चार्ज 20 रुपये से बढ़ाकर 150 रुपये करने की मांग कर रहे हैं. इसे देखते हुए मिलरों से ज्ञापन मांगा गया है. उसे विभाग को भेजा जायेगा. इधर, इस संबंध सासाराम-भभुआ सहकारी बैंक लिमटेड के उपाध्यक्ष सह नरहन पैक्स के अध्यक्ष विजय बहादुर सिंह ने बताया कि सरकार द्वारा पैक्सों को भी लेबर चार्ज कम दिया जा रहा है. इसे लेकर क्रय समितियों द्वारा भी लेबर चार्ज बढ़ाने की मांग की जा रही है. इसे लेकर डीएम, डीसीओ सहित सरकार को भी लिखा जा चुका है. वर्तमान में पर क्विंटल लेबर चार्ज सरकार छह रुपये देती है, जबकि लेबर चार्ज पर क्विंटल पर क्रय समितियों को 30 रुपये भुगतान करना पड़ता है.

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डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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