12.7 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 05:21 am
12.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

गांवों में स्वच्छता अभियान में लोग नहीं कर रहे सहयोग

Advertisement

सरकार द्वारा गांव में घर-घर जाकर साफ-सफाई अभियान चलवा रही है, ताकि प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छ मिशन भारत योजना सफल हो सके,

Audio Book

ऑडियो सुनें

जहानाबाद सदर.

सरकार द्वारा गांव में घर-घर जाकर साफ-सफाई अभियान चलवा रही है, ताकि प्रधानमंत्री द्वारा स्वच्छ मिशन भारत योजना सफल हो सके, लेकिन इस योजना को सफल होने में ग्रामीण भी बाधक बन रहे हैं. सरकार द्वारा निर्धारित शुल्क को ग्रामीण नहीं दे पा रहे हैं जिसकी वजह से स्वच्छता अभियान गांव में अभी नहीं दिख रही है. आज पूरा देश स्वच्छता पखवाड़ा मना रहा है, लेकिन गांव में राशि के अभाव में स्वच्छता अभियान में लगे हुए कर्मी ठीक से काम नहीं कर पा रहे हैं. ज्ञात हो कि सरकार द्वारा स्वच्छता मिशन के तहत प्रत्येक गांव में घर-घर जाकर कचरे के उठाव करने के लिए स्वच्छाग्रही कर्मी की नियुक्ति की थी तथा प्रत्येक घरों से कचरे के उठाव करने के लिए कचरा ढूंढने वाला ठेला के साथ डस्टबिन भी दिया गया था. प्रत्येक घर के आगे डस्टबिन भी रखा गया था, ताकि गांव के लोग अपने घरों से कचरे का उठाव कर डस्टबिन में डाल दें और स्वच्छता कर्मी सुबह पहुंचने पर ठेला के द्वारा कचरे को उठाकर डंपिंग जोन में जाकर फेंक दें, लेकिन ग्रामीणों द्वारा सही ढंग से सहयोग नहीं किए जाने की वजह से इस अभियान पर ग्रहण लगता दिख रहा है. यह स्थिति जिले के सभी पंचायत में देखी जा रही है.

मामूली राशि भी नहीं दे पा रहे हैं लोग :

सरकार द्वारा स्वच्छता मिशन के तहत प्रत्येक घरों से कचरे के उठाव करने के लिए स्वच्छाग्रही कर्मी को नियुक्ति किया था. प्रत्येक घर से कचरे के उठाव करने के लिए सरकार द्वारा प्रतिदिन एक रूपये के हिसाब से महीने में 30 रूपये का शुल्क निर्धारित किया था, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि 30 रूपये का शुल्क प्रत्येक महीना देने में भी ग्रामीण सहयोग नहीं कर पा रहे हैं. मुश्किल से 25 से 30 प्रतिशत लोग ही उक्त राशि दे रहे हैं. 70 प्रतिशत लोग शुल्क देना मुनासिब नहीं समझ रहे हैं जिसकी वजह से घर-घर जाकर कचरा उठाव करने वाला स्वच्छाग्रही कर्मी को समय पर राशि नहीं मिल पा रही है जिससे इस अभियान में ग्रहण लगता दिख रहा है. राशि के अभाव में कई ऐसे पंचायत हैं जहां कूड़ा- करकट होने वाला ठेला खराब हो चुकी है लेकिन उसे बनवाया भी नहीं जा रहा है.

क्या कहते हैं अधिकारी

स्वच्छता मिशन अभियान के तहत प्रत्येक गांव में कचरा का उठाव करवाया जा रहा है. ग्रामीणों द्वारा निर्धारित राशि का भुगतान अभी भी ठीक ढंग से नहीं किया जा रहा है जिसकी वजह से स्वच्छता अभियान मिशन सफलता में बाधक बन रही है. गांव में कचरा उठाव करने के लिए जो भी ठेला खराब हो गया था, उसे दो दिनों के अंदर ठीक करवाया जा रहा है ताकि स्वच्छता अभियान आगे बढ़ सके.

अनिल मिस्त्री, बीडीओ, जहानाबाद

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें