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लॉकडाउन पांच के प्रथम दिन ट्रू नेट मशीन से जांच बंद, लोगों में आक्रोश

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लॉकडाउन पांच के प्रथम दिन ट्रू नेट मशीन से जांच बंद, लोगों में आक्रोश

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जमुई: बीते 11 जून को सदर अस्पताल में कोरोना जांच को लेकर लगाया गया ट्रूनेट मशीन लॉकडाउन पांच दिन बाद ही 16 जुलाई गुरुवार को बंद हो गया और पॉजिटिव मरीज के परिजन सहित उनके संपर्क में आए लोग को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. इस कारण लोगों में आक्रोश देखा गया. जानकारी के अनुसार वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण रोकने को लेकर स्वास्थ्य विभाग द्वारा सदर अस्पताल को बीते 11 जून को जांच के लिए ट्रूनेट मशीन उपलब्ध कराया गया था. इसे लेकर अधिकारी के द्वारा जानकारी दिया गया कि अब सैंपल जांच के लिए परेशान होना नहीं पड़ेगा.

मशीन के द्वारा जांच बंद होने से लोगों में मायूसी

इस मशीन से कम ही समय में रिपोर्ट आ जाएगा जिससे लोगों ने राहत महसूस किया. कुछ दिन तक इस मशीन के द्वारा जांच भी किया गया. लेकिन गुरुवार से मशीन के द्वारा जांच बंद होने से लोगों में मायूसी है.खासकर संक्रमित मरीज के परिजन और उनसे संपर्क में आए लोग परेशानी महसूस कर रहे हैं. लोगों ने बताया कि जब सैंपल जांच को लेकर हम लोग सदर अस्पताल गया तो अधिकारी ने यह कहकर लौटा दिया कि इस मशीन से जांच संभव नहीं है.

सैंपल के पेंडिंग की बात कह कर अधिकारी झाड़ रहे अपना पल्ला

अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डाॅ रमेश प्रसाद बताते हैं कि इस मशीन से एक दिन में 40 से 50 सैंपल का जांच हो पाता है. वर्तमान में बीते 13 जुलाई का 61 तथा 14 जुलाई का 28 सैंपल जांच को लेकर रखा है. अगर समय से जांच नहीं हो पाया तो उक्त सैंपल खराब भी हो सकता है. उन्होंने बताया कि पेंडिंग सैंपल जांच के बाद ही उक्त मशीन से पुनः जांच शुरू किया जा सकता है.

रैपिड जॉन कीट पर ही है भरोसा

कोरोना सैंपल की जांच को लेकर सरकार द्वारा बीते 14 जुलाई को करीब 500 की संख्या में रैपिड जॉन कीट सदर अस्पताल को उपलब्ध कराया गया. 15 जुलाई को 30 संदिग्ध की जांच भी किया गया. सिविल सर्जन डाॅ विजयेंद्र सत्यार्थी बताते हैं कि सैंपल के पेंडिंग होने से उक्त मशीन की जांच पर रोक लगा दिया गया है. अब उक्त कीट लेकर स्वास्थ्य कर्मी पीड़ित इलाका में जाकर पॉजिटिव मरीज के परिजन तथा उसके संपर्क में आए लोगों की जांच करेंगे. उन्होंने बताया कि सैंपल की अधिकता के कारण आगामी 16, 17 एवं 18 जुलाई को पटना में भी सैंपल का जांच नहीं हो सकेगा.

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