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Jamui news : बेड परफॉर्मेंस के बाद अब रितीक रोशन से चर्चा में जमुई का शिक्षा विभाग

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Jamui news :जारी किये गये पत्र में जहां विद्यालयों के नाम लिखे जाने थे, वहां शिक्षकों का नाम लिख दिया गया.

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Jamui news : आपने बॉलीवुड अभिनेता ऋतिक रोशन का नाम तो जरूर सुना होगा, पर जमुई में रितीक रोशन के नाम पर एक स्कूल भी है. इतना ही नहीं जमुई में स्कूलों के नाम अनीता, सुनीता और अन्नु भी हैं. चौंकिए मत, क्योंकि ये किसी स्कूल के नाम नहीं हैं, बल्कि शिक्षकों के नाम हैं. पर, जिला शिक्षा विभाग के कार्यालय की अज्ञानता कहिये या लापरवाही, इन शिक्षकों के नाम जिले के स्कूल के नाम वाले कॉलम में दर्ज कर दिये गये हैं, जो लोगों व शिक्षकों के बीच हास्य का कारण बना हुआ है.

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लगातार गलतियों से हो रही किरकिरी

बेड परफॉर्मेंस से किरकिरी कराने के बाद जिला शिक्षा विभाग अपने कारनामे से एकबार फिर हास्य का पात्र बन गया है. अभी हाल ही में शिक्षा विभाग द्वारा बैड (खराब) परफॉर्मेंस को आधार बनाकर शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई को लेकर जारी किये गये पत्र में बैड परफॉर्मेंस की जगह बेड (बिस्तर) परफॉर्मेंस लिख दिया गया था. यह मामला अभी ठंडा भी नहीं हुआ था कि शिक्षा विभाग ने एक और हास्यास्पद गलती कर दी है. पिछले पत्र में की गयी गलती में शिक्षा विभाग ने अंग्रेजी के शब्दों का इस्तेमाल किया था. इसमें स्पेलिंग मिस्टेक थी, जिससे उसका मतलब ही बदल गया था. अब जो पत्र जारी किया गया है, उसमें शिक्षा विभाग ने पत्र जारी करने के लिए हिंदी भाषा का चयन किया है. पर, इस पत्र को देखने के बाद लोग कह रहे हैं कि शिक्षा विभाग को अंग्रेजी तो छोड़िए, हिंदी भाषा का भी ज्ञान नहीं है. इस बार भी शिक्षकों पर कार्रवाई को लेकर ही शिक्षा विभाग ने यह पत्र जारी किया है.

स्कूल वाले कॉलम में शिक्षकों के नाम

दरअसल, 27 मई को जिले के अलग-अलग विद्यालयों में निरीक्षण के क्रम में अनुपस्थित पाये गये शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई को लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से आदेश पत्र जारी किया गया था. इसके तहत जिले के जमुई, अलीगंज, सोनो, चकाई एवं बरहट प्रखंड के सात शिक्षकों पर कार्रवाई की गयी थी तथा इसे लेकर जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय ज्ञापांक 3803, 27 मई, 2024 के माध्यम से पत्र जारी किया गया था. पर, अपनी आदत से मजबूर जमुई जिला शिक्षा विभाग इस पत्र में भी एक बड़ी गलती कर बैठा. इस पत्र में विद्यालयों के नाम वाले कॉलम में शिक्षकों के नाम लिख दिये गये और यह पत्र जारी भी कर दिया गया. शिक्षक रितीक रोशन, दिलेश खान, अनिता कुमारी, सुनीता कुमारी, कासिम अंसारी, अन्नु कुमारी तथा सुबोध कुमार पर कार्रवाई को लेकर पत्र जारी किया गया था. पर, जहां विद्यालयों के नाम लिखे जाने थे, वहां इन शिक्षकों का नाम लिख दिया गया और जहां शिक्षकों के नाम लिखे जाने थे वहां विद्यालय का नाम लिख दिया गया.

बैड परफॉर्मेंस की जगह लिखा था बेड परफॉर्मेंस

इससे पहले जिला शिक्षा विभाग ने 20 मई, 21 मई तथा 22 मई को बैड परफॉर्मेंस की जगह बेड परफॉर्मेंस लिख कर पत्र जारी कर दिया था. दरअसल, निरीक्षण के दौरान बैड (खराब) परफॉर्मेंस के आधार पर कई शिक्षकों के वेतन कटौती को लेकर जिला शिक्षा विभाग ने पत्र जारी किया था. पर, उस पत्र में बैड परफॉर्मेंस की जगह स्पेलिंग मिस्टेक करते हुए बेड परफॉर्मेंस लिख दिया गया था. इसके बाद शिक्षा विभाग की खूब किरकिरी हुई थी. हालांकि इसे लेकर बाद में जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से एक शुद्धि पत्र भी जारी किया गया था, लेकिन शिक्षा विभाग के जिला कार्यालय द्वारा इस तरह गलतियों को लगातार दोहराया जाना विभाग की लापरवाही को ही दर्शाता है.

सभी पत्रों पर डीईओ के हस्ताक्षर

आमतौर पर शिक्षा विभाग या किसी अन्य विभाग में पदाधिकारी की जगह ऑपरेटर ही पत्र टाइप करते हैं. पर, उस पर दस्तखत पदाधिकारी के ही होते हैं. ऐसे में सारी जवाबदेही उक्त पदाधिकारी के ऊपर ही आती है. जिला शिक्षा विभाग के कार्यालय से ये जो पत्र जारी किये गये हैं, उन सभी पत्रों पर जिला शिक्षा पदाधिकारी के हस्ताक्षर हैं. ऐसे में जारी किये गये पत्रों में लगातार इस प्रकार की अशुद्धियों का मतलब है कि पत्र टाइप होने के बाद दस्तखत करने से पहले डीईओ उन्हें पढ़ते भी नहीं हैं, नहीं तो ऐसी गलतियां होती ही नहीं. डीईओ कार्यालय से लगातार शब्दों की अशुद्धियों को दोहराया जाना लोगों व शिक्षकों के बीच हास्य का कारण बन गया है.

करायी जाएगी जांच : डीईओ

इस संबंध में जिला शिक्षा पदाधिकारी राजेश कुमार ने कहा कि मामले की जानकारी मीडिया के माध्यम से ही मिली है. इसकी जांच करायीजाएगी. पत्र की जांच के बाद अगर यह सामने आता है कि ऐसी गलती दोहरायी जा रही है, तो ऐसे में ऑपरेटर को हटाना ही एकमात्र उपाय है.

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