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बिहार के इस जिले में पानी में तैरता है श्रीराम लिखा बड़ा पत्थर, दर्शन के लिए दूर- दूर से पहुंचते है भक्त

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बिहार के एक जिले में श्रीराम लिखा हुआ बड़ा पत्थर पानी में तैरता है. इसे देखने के लिए भक्त दूर- दूर से आते है. भगवान राम के प्रति लोगों में काफी भक्ति है.

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बिहार के लोगों में भगराम राम के प्रति काफी आस्था है. अयोध्या में एक तरफ राम मंदिर का निर्माण किया जा रहा है. इसे लेकर यहां के लोग काफी उत्साहित है. वहीं, राज्य के मुजफ्फरपुर जिले में पानी में तैरता हुआ पत्थर लोगों का अपनी ओर ध्यान आकर्षित कर रहा है. इस बड़े से पत्थर पर श्रीराम लिखा हुआ है. यह पानी में तैरता भी है. इस कारण यह लोगों के बीच में आकर्षण का केंद्र है. आसपास के जिलों सहित दूर- दूर से लोग इस पत्थर को देखने के लिए पहुंचते है. बता दें कि जिले के बाबा गरीबनाथ मंदिर में इस पत्थर की स्थापना की गई थी. इसके बाद कई लोग इसे देखने के लिए लगातार पहुंचते है. साथ ही यह लोगों के बीच में चर्चा का भी विषय बना हुआ है. यहां लोगों के बीच भगवान को लेकर आस्था के साथ ही भरपूर प्रेम है. यही कारण है कि यहां लोगों की भीड़ उमड़ती है.

रामेश्वरम से लाया गया था पत्थर

मुजफ्फरपुर में इस भव्य पत्थर को रामेश्वरम से लाया गया था. पत्थर पर भगवान श्रीराम का नाम होना ही इसकी खासियत है. इस कारण ही इसकी दूर- दूर तक चर्चा की जाती है. कई लोग राज्य में ऐसे है जो रामेश्वरम में इस पत्थर को देखने के लिए नहीं जा सकते थे. इस कारण ही इसे रामेश्वरम से मुजफ्फरपुर के बाबा गरीबनाथ मंदिर में स्थापित किया गया था. जानकारी के अनुसार रामेश्वरम के पंचमुखी मंदिर से बिहार के मुजफ्फरपुर में स्थित बाबा गरीबनाथ मंदिर में इसे स्थापित किया गया था. तिरुपति बालाडा, केदारनाथ, बद्रीनाथ, गंग्योत्री से यमुनोत्री तक इस पत्थर की यात्रा हुई थी. इसके बाद इसे मुजफ्परपुर में स्थापित किया गया था. लोगों के बीच यह आस्था का केंद्र है. इसलिए, भक्त इस पत्थर की पूजा भी करते हैं.

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पत्थर को प्रणाम करते हैं भक्त

श्रीराम लिखे पत्थर के दर्शन के लिए मंदिर में भक्तों का जनसैलाब उमड़ पड़ता है. इस पत्थर को लोग भगवान राम का चमत्कार मानते हैं. यही कारण है कि इसकी पूजा की जाती है. साथ ही लोग इसे प्रणाम भी करते हैं. कई लोग ऐसे है जो इस पत्थर को हैरत भरी नजर से देखते हैं. इन्हें इस पत्थर के पानी में तैरने के कारण हैरानी भी होती है. रामायण में भी ऐसे पत्थर का उल्लेख किया गया था. इसके अनुसार जब श्रीराम लंका की चढ़ाई कर रहे थे, तो समुद्र को पार करना एक बड़ी चुनौती थी. राम की सेना ने पत्थर पर श्रीराम का नाम लिखकर इसे समुद्र में डाला था. इसके बाद सभी ने आसानी से समुद्र को पार किया था. यही कारण है कि मुजफ्परपुर में यह पत्थर लोगों की आस्था का केंद्र है. इस पत्थर को सभी भगवान राम का चमत्कार मानते हैं.

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