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मूसलाधार बारिश का कहर, घोघारी नदी पर बना जमीनदारी बांध टूटा, आधा दर्जन गांवों पर मंडराया बाढ़ का खतरा

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Flood In Bihar Latest Update: बिहार के सारण जिले के पानापुर प्रखंड के रसौली पंचायत में रसौली एवं बंगरा पंचायत के बॉर्डर पर स्थित जमीन दारी बांध बाढ़ आने से पूर्व ही एक बार फिर से टूट गया है. बांध टूटने से घोघारी नदी का पानी रसौली एवं बकवां पंचायतों की तरफ बढ़ने लगा है जिससे करीब आधा दर्जन गांव प्रभावित होंगे.

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Bihar News : बिहार के सारण जिले के पानापुर प्रखंड के रसौली पंचायत में रसौली एवं बंगरा पंचायत के बॉर्डर पर स्थित जमीन दारी बांध बाढ़ आने से पूर्व ही एक बार फिर से टूट गया है. बांध टूटने से घोघारी नदी का पानी रसौली एवं बकवां पंचायतों की तरफ बढ़ने लगा है जिससे करीब आधा दर्जन गांव प्रभावित होंगे.

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पिछले साल भी बाढ़ आने के पूर्व ही यह बांध टूट गया था, जिसके वजह से कई गांवों में लोगों के घरों में पानी घुसने की नौबत आ गई थी. बांध टूटने के बाद सड़कों पर भी लगभग 2 फुट 3 फुट पानी लगा हुआ था. लेकिन 1 वर्ष बीत जाने के बाद भी इस बांध को बांधने की जहमत नहीं उठाई गई. अंतत: ग्रामीणों द्वारा कुदाल से मिट्टी डालकर रोकथाम करने के प्रयास किया गया था, लेकिन मंगलवार के अहले सुबह बांध टूट गया.

ग्रामीणों का कहना है कि इस संबंध में सांसद विधायक और सहित स्थानीय मुखिया को भी कई बार बता चुके हैं लेकिन किसी ने इस बांध को बांधने की पहल नहीं की और नतीजा यह हुआ कि आज बांध टूट गया.

वहीं इस संबंध में स्थानीय मुखिया प्रतिनिधि नेमा सिंह ने बताया कि सांसद और स्थानीय विधायक द्वारा इस बांध को बंधवाने में दिलचस्पी नहीं लेने के बाद हमने स्थानीय स्तर पर इस बांध को बंधवाने का प्रयास किया था, लेकिन बरसात की वजह से सफल नहीं हो सका.

बांध टूटने के बाद स्थानीय ग्रामीणों ने कहा कि यह बांध जनप्रतिनिधियों के लिए दुधारू गाय हो गया है. हर साल टूटता है और मरम्मत के नाम पर राजनीति की जाती है और बात सिर्फ राजनीति तक ही रह जाती है. बांध को बांधने के लिए कोई पहल नहीं किया जाता जिसकी वजह से 2-3 पंचायतों के लगभग एक दर्जन गांव हर साल प्रभावित हो रहे हैं.

ज्ञातव्य हो कि यह जमीनदारी बांध घोघारी नदी के कहर से पानापुर प्रखंड को बचाने के लिए बनाया गया था लेकिन रखरखाव के अभाव में वर्षो से उक्त बांध जर्जर स्थिति में है.

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Posted By : Avinish Kumar Mishra

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