15.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 10:12 am
15.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

नवादा: पान की खेती पर अनुदान का बढ़ाया गया दायरा, फिर भी जिले में नहीं बढ़ रहा उत्पादन

Advertisement

Bihar News: नवादा में पान के पत्ते लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए कोई प्लांट नहीं लगाया गया है. ऐसे में किसानों के पास पान के पत्ते को तोड़ने के साथ ही तुरंत मार्केट में पहुंचाने की जल्दी रहती है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

विशाल कुमार

- Advertisement -

नवादा. वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट के तहत जिले में पान की खेती को बड़ा उद्योग के रूप में विकासित करने के लिए कार्य योजना तैयार की गयी थी. पान की खेती को बढ़ावा देने के लिए पान की प्रोसेसिंग कर औषधीय तेल व अन्य उत्पाद बनाने की योजना बनायी गयी थी. लेकिन, यह योजना अभी इतना अधूरा हैं कि इसकी सफलता पर प्रश्नचिह्न लगा है. जबकि जिले में होनेवाली पान की खेती देशभर में मशहूर है. सरकारी स्तर पर भी पान उत्पादन के क्षेत्र में जिला का बड़ा नाम है. लेकिन, पान की खेतों को बड़े पैमाने पर बढ़ावा देने के लिए बनी योजना धरातल पर नहीं उतर रही है.

योजना बनने के दो साल बाद भी काम नहीं हुआ पूरा

ऐसा वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट के तहत जिले को पान की खेती के लिए चुना गया है. जिले में पान की खेती भी हो रही हैं, लेकिन इसके औद्योगिकरण के प्रयास विफल साबित हो रहा है. वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट योजना शुरू हुए दो साल से अधिक हो गये, लेकिन अब तक ना तो पान के लिए डेडीकेटेड प्रोसेसिंग प्लांट लगे और ना ही पान की खेती के उन्नत मार्केटिंग की कोई व्यवस्था ही की गयी. किसान अपने बलबूते पान की खेती कर रहे हैं और उसे कोलकाता, बनारस की मंडियों तक पहुंचाते है.

पानी को सुरक्षित रखने के लिए नहीं है प्लांट

नवादा में पान के पत्ते लंबे समय तक सुरक्षित रखने के लिए कोई प्लांट नहीं लगाया गया है. ऐसे में किसानों के पास पान के पत्ते को तोड़ने के साथ ही तुरंत मार्केट में पहुंचाने की जल्दी रहती है. इस कारण किसान कम रेट पर भी पान के पत्ते को मंडियों में बेच देते है. कभी कभी पानी के पत्ते नहीं बिकने पर नुकसान भी होता है. जिला उद्यान पदाधिकारी सुधीर कुमार तिवारी ने बताया कि पान की खेती को प्रोत्साहन देने के लिए सरकार की ओर से किसानों की मदद की जा रही है.

16.5 हेक्टेयर पान की खेती के लिए दिया गया अनुदान

वन डिस्ट्रिक वन प्रोडक्ट योजना के तहत पान की खेती को चुना गया है और पान किसानों को भारी-भरकम अनुदान दिया जा रहा है. एक यूनिट पान लगाने का खर्च 70 हजार 500 रुपये अनुमानित है. इसके तहत सरकार की ओर से 35 हजार 250 की सब्सिडी दे रही है. पिछले साल 83 किसानों को अनुदान मिला था. इस बार 16.5 हेक्टेयर पान की खेती के लिए अनुदान की राशि वितरित हो रही है. उद्यान विभाग के आंकड़े के अनुसार जिले में 1500 किसान पान की खेती कर रहे हैं. इन किसानों को तीन फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी के मध्यम से अनुदान दिया जायेगा.

इन गांवों में दो हजार से अधिक किसान करते है पान की खेती

नवादा के हिसुआ के तुंगी, मंझवे, बेलदारी, रामनगर, डफलपुरा, ढेवरी, कैथिर, नारदीगंज के हंडिया, पचिया, पकरीबरावां के छतरवार, डोला, काशीचक के नया डीह, रोह प्रखंड के पचिया, कौवाकोल के ईंटपकवा, बड़राजी, आदि गांवों के करीब डेढ़ से दो हजार से अधिक किसान पान की खेती करते हैं.

विदेशों में बेच सकते हैं पान के पत्ते

नवादा के पान की खेती को जीआई टैग भी मिला हुआ है. जीआई टैग मिलने के बाद यहां से पान के पत्ते को विदेश में भी बेचा जा सकता है. जिला उद्यान पदाधिकारी बताते हैं कि पान की खेती को सफल उद्योग के रूप में विकसित करने के लिए सरकारी स्तर से तो हर संभव प्रयास हो रहा है, लेकिन इसके साथ ही फार्मर प्रोड्यूसर कंपनी को एकजुट होकर पहल करनी होगी.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें