19.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

एक तरफ उठा पिता का जनाजा, दूसरी तरफ घर में गूंजी किलकारी, कुदरत के फैसले से बेबस हुआ परिवार

Advertisement

Jamui: जमुई जिले के झाझा में सड़क हादसे में मारे गए युवक का जब जनाजा निकाला जा रहा था तभी उसके बेटी का जन्म दिया.

Audio Book

ऑडियो सुनें

परिवार में जब कोई नन्हा मेहमान आता है तो घर में खुशियों की बरसात हो जाती है. लेकिन उस परिवार के ऊपर क्या गुजरा होगा जब अस्पताल के एक कमरे में पिता की मौत हुई, तो उसी अस्पताल के दूसरे कमरे में एक परी का जन्म होता है. जी हां, दिल को चीरकर रख देने वाली घटना बिहार के जमुई से सामने आई है. जहां पिता की मौत के अगले दिन जब उसका जनाजा निकल रहा था तो उसी वक्त उसकी बेटी का जन्म हुआ. 

- Advertisement -

सड़क हादसे में गई पिता की जान 

बता दें कि गुरुवार को जमुई जिले के झाझा थाना क्षेत्र में नए साल की पिकनिक मनाकर लौट रहे चार युवक सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे और उनमें से 3 की मौके पर ही मौत हो गई थी. इन चार में से झाझा प्रखंड क्षेत्र के शक्ति घाट गांव का रहने वाला मो. चांद भी शामिल थे. सड़क दुर्घटना के बाद मो. चांद को इलाज के लिए झाझा रेफरल अस्पताल लाया गया था जहां उन्हें बचाने की जद्दोजहद चल रही थी, उसी अस्पताल के दूसरे कमरे में उसकी पत्नी नूरजहां खातून को प्रसव पीड़ा के बाद भर्ती कराया गया था. जहां उसने बेटी को जन्म दिया. 

बिहार की ताजा खबरों के लिए यहां क्लिक करें

कुदरत के सामने बेबस नजर आया परिवार 

नूरजहां खातून को प्रसव के लिए रेफरल अस्पताल में भर्ती कराए जाने के बाद परिवार के लोग मो. चांद के शव का अंतिम संस्कार करने के लिए  घर लेकर चले गए. लोग जनाजे की तैयारी कर रहे थे. इसी दौरान नूरजहां ने एक बेटी को जन्म दिया. दोपहर 2:00 के करीब मो. चांद का जनाजा निकाला गया. एक तरफ लोग मो. चांद को आखिरी बार उसके घर से लेकर जा रहे थे. तो ठीक उसी वक्त उसकी पत्नी अपने हाथों में अपनी नवजात मासूम को लिए उसे घर में प्रवेश कर रही थी. इस घटना ने सभी के हृदय को झकझोर कर रख दिया है. जिसने भी इसके बारे में सुना वह कुदरत के इस कहर और कुदरत के इस कानून के पीछे बंद कर रह गया. बताया जाता है कि जिस वक्त मो. चांद को जनाजे के लिए तैयार किया जा रहा था, उस वक्त उसकी पत्नी अपने पति का चेहरा भी नहीं देख पाई.

इसे भी पढ़ें: भइया जल्दी आ जाओ वरना…, दहेज में नहीं मिली सोने की चेन तो पति ने पत्नी को उतारा मौत के घाट

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें