18.8 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 09:54 am
18.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बड़गांव में छठ के लिए झारखंड, बंगाल और उत्तर प्रदेश से भी आते हैं श्रद्धालु

Advertisement

वर्तमान सूर्य मंदिर में भगवान सूर्य की पालकालीन प्रतिमा स्थापित है. इससे भी स्पष्ट होता है कि पाल राजाओं ने तालाब के समीप मंदिर बनवाया होगा.

Audio Book

ऑडियो सुनें

देश के 12 प्रमुख सूर्यपीठों में बड़गांव भी एक है. द्वापरकालीन इस सूर्यपीठ में भगवान श्री कृष्ण के पुत्र साम्ब ने सूर्य उपासना, अनुष्ठान और अर्घ दान आरंभ किया था. माना जाता है कि नौवीं सदी में पालवंश के राजा देवपाल ने बड़गांव सूर्य तालाब के पास सूर्य मंदिर का निर्माण कराया था. कुछ लोग इसे उत्तरवर्ती गुप्तकाल का भी बताते हैं. यह मंदिर 1934 के भूकंप में ध्वस्त हो गया था.

- Advertisement -

वर्तमान सूर्य मंदिर का निर्माण उसी साल नालंदा के समीप के गांव फतेहपुर निवासी अधिवक्ता नवल किशोर प्रसाद सिन्हा ने कराया था. वर्तमान सूर्य मंदिर में भगवान सूर्य की पालकालीन प्रतिमा स्थापित है. इससे भी स्पष्ट होता है कि पाल राजाओं ने तालाब के समीप मंदिर बनवाया होगा. स्थानीय लोगों की मानें तो 15वीं शताब्दी में बड़गांव में दो छोटे सूर्य तालाब थे. 17वीं शताब्दी में तालाब के आकार को बड़ा किया गया. यहां कार्तिक और चैत्र महीने में राजकीय छठ मेला लगता है.

Also Read: Chhath Puja 2023: छठ पूजा का आज दूसरा दिन, शुरू होगा 36 घंटे का निर्जला व्रत, जानें मुख्य बातें

इस मेले में बिहार के जिलों के अलावा झारखंड, पश्चिम बंगाल, उत्तर प्रदेश आदि प्रदेशों के सूर्य उपासक और छठव्रती अर्घदान के लिए आते हैं. कार्तिक छठ मेला में तो करीब तीन से पांच लाख तक की भीड़ होती है. बिना भेदभाव के सभी वर्ग, जाति और समूह के लोग एकत्रित होकर भगवान सूर्य की पूजा-आराधना के साथ अर्घदान करते हैं. मान्यता है कि सच्चे मन से यहां सूर्य उपासना करने और अर्घदान करने से मनोवांछित फल मिलते हैं.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें