15.2 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 01:44 am
15.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

सरकारी नलकूप बंद रहने से खेतों में पड़ी दरारें

Advertisement

प्रखंड क्षेत्र के सोवा गांव के पश्चिम टोला तथा गांव के उत्तर में स्थित दो सरकारी नलकूप पिछले 7 साल से बंद होने से किसानों को खेतों की पटवन की समस्या एक गंभीर समस्या बन गया है

Audio Book

ऑडियो सुनें

डुमरांव. प्रखंड क्षेत्र के सोवा गांव के पश्चिम टोला तथा गांव के उत्तर में स्थित दो सरकारी नलकूप पिछले 7 साल से बंद होने से किसानों को खेतों की पटवन की समस्या एक गंभीर समस्या बन गया है. बारिश नहीं होने पर किसानों के लिए वरदान साबित होने वाले ये सरकारी नलकूप पिछले सात सालो से किसानों के लिए बस दिखावे के लिए रह गए हैं. सोवा गांव में एक समय था कि सरकारी नलकूप होने से लोग अपने खेती का सिचाई समय समय पर कर लेते थे. लेकिन वही अब इस महंगाई के दौर में किसान अपने खेतों के सिचाई करने में असमर्थ है. चिलचिलाती धूप के कारण धान की फसल सूखकर बर्बाद हो रहे है. किसानों की मुख्य फसल धान की रोपाई तो जैसे तैसे किसान किए लेकिन वर्षा नही होने से अब सुख रहे है. सरकारी नलकूप खराब होने के कारण किसानों की खेती प्राकृत पर निर्भर है. मौसम की बेरुखी, चिलचिलाती घुप के चलते किसान अपने आप को असहाय महसूस कर रहे हैं. तेज धूप के कारण एक से दो दिन में पटवन का पानी सुख जाता है. वही पिछले 14-15 दिनों से चिलचिलाती धूप के कारण धान की फसल भी सुख रही है. जिन लोगो के पास निजी नलकूप है वे लोग तो अपना खेती कर लेते है लेकिन जिनके पास पटवन का कोई उचित सुबिधा नही है उन लोगों के खेतों की सिचाई नही हो पा रही है एक तरफ सरकार का कहना है कि किसानो को लाभ पहुचाये बिना देश का विकास संभव नही है वहीं दूसरी तरफ सरकार की अनदेखी के कारण असमर्थ किसानो की आर्थिक स्थिति कमजोर होने कारण कर्जो के बोझे तल्ले दबते दिखाई दे रहे हैं गांव में लगे नलकूप सात साल बाद भी चालू नहीं हो पाई है जिससे क्षेत्र के किसानों को सरकारी स्तर पर लगाए गए नलकूप से सिंचाई का लाभ नहीं मिल पा रहा है. नलकूप बंद होने के कारण किसानों के धान की फसल का पटवन करने में परेशानिया हो रहा है जिनके पास निजी नलकूप है वो अपने धान की फसलों की सिंचाई कर लेते है लेकिन जो किसान आर्थिक रूप से कमजोर है. उनको खेतों की सिचाई करने में जेब ढीली हो जा रही है ऐसे में धान की सिचाई उनके सामने एक बड़ी समस्या बनी हुई है. सरकारी नलकूप खराब होने से किसानों को दूसरों के नलकूप से प्रति बीघा 400 सौ रुपये की दर से खेत मे पानी पटवन करनी पड़ती है किसान पौसे की तंगी कारण पटवन नही कर रहे है. जिससे खेतों में लगे धान की फसल सुख रही है.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें