32.1 C
Ranchi
Thursday, March 13, 2025 | 12:52 pm
32.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बिहार में मौलवी की परीक्षा जारी, जानें क्या होती है फौकानिया, तहतानिया और आलिया की तालीम

Advertisement

Explainer: बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड पटना की ओर से फौकानिया व मौलवी परीक्षा ली जा रही है. इस परीक्षा में बिहार बोर्ड के कई नियमों को लागू किया गया है. मदरसा अपनी पढ़ाई को लेकर कई बार चर्चा में बना रहता है. इसके शिक्षा को लेकर चर्चा की जाती है. मदरसरा की एक शिक्षा व्यवस्था होती है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Explainer: बिहार राज्य मदरसा शिक्षा बोर्ड पटना की ओर से फौकानिया व मौलवी परीक्षा का 10 जुलाई से आरंभ हुआ है. राज्य में परीक्षा जारी है. इस परीक्षा में बिहार बोर्ड के कई नियमों को लागू किया गया है. परीक्षा केंद्र में छात्रों को आधा घंटा पहले तो पहुंचना ही है. इसके साथ ही परीक्षा में स्मार्ट घड़ी पर रोक लगा दी गई है. परीक्षा में 58,363 छात्र शामिल हो रहे है. मदरसा अपनी पढ़ाई को लेकर कई बार चर्चा में बना रहता है. इसके शिक्षा को लेकर चर्चा की जाती है. मदरसा की एक शिक्षा व्यवस्था होती है. इसमें प्राइमरी, सेकेंडरी, सीनियर सेकेंडरी या स्नातक के आधार पर पढ़ाई की जाती है.

12वीं के बराबर आलिम की डिग्री

मदरसा की पढ़ाई में प्राइमरी बोर्ड को तहतानिया कहते है. वहीं, जूनियर हाई स्कूल स्तर को फौकानिया के नाम से जाना जाता है. इसके आगे की पढ़ाई को आलिया कहते है. मुंशी, मौलवी, आलिम, कामिल, फाजिल की पढ़ाई आलिया स्तर पर की जाती है. बता दें कि मुंशी और मौलवी की डिग्री दसवीं क्लास के बराबर होती है. मालूम हों कि देश के पहले राष्ट्रपति डाक्टर राजेंद्र प्रसाद और मुंशी प्रेमचंद ने मदरसे से तालीम हासिल की थी. मदरसा में आलिम की डिग्री 12वीं के बराबर की डिग्री होती है.

Also Read: बिहार विधानसभा मानसून सत्र के दूसरे दिन भाजपा ने किया जमकर हंगामा, सदन दो बजे तक स्थगित, देखें तस्वीरें
बारहवीं में अरबी सहित कई विषयों की पढ़ाई

यहां स्नातक को कामिल कहा जाता है. जबकि, पोस्ट ग्रेजुएशन को फाजिल के नाम से जानते है. मुंशी यानि की दसवीं में थियोलॉजी, अरबी साहित्य, फारसी साहित्य, उर्दू, अंग्रेजी और हिन्दी आदि विषयों की पढ़ाई होती है. आलिम यानि बारहवीं में थियोलॉजी, गृह विज्ञान, हिन्दी, लॉजिक और फिलासफी, सामान्य अध्ययन, विज्ञान, अरबी साहित्य, फारसी, अंग्रेजी आदि विषय है. इसके अलावा कामिल या स्नातक में फारसी साहित्य, अरबी साहित्य सहित कई विषयों की पढ़ाई होती है.

Published By: Sakshi Shiva

Also Read: बिहार: बगहा में जंगल से रेलवे स्टेशन में पहुंचा बाघ, दहाड़ सुनकर भागे कर्मचारी, लोगों में दहशत का माहौल

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
Home होम Videos वीडियो
News Snaps NewsSnap
News Reels News Reels Your City आप का शहर