28.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 03:21 pm
28.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

सुपौल के शिवनी घाट स्थित सुरसर नदी पर नहीं हुआ पुल का निर्माण, चचरी के सहारे हैं हजारों ग्रामीण

Advertisement

सुपौल के शिवनी घाट स्थित सुरसर नदी पर सालों से पुल का निर्माण नहीं हुआ, लोग यहां चचरी के सहारे आवागमन करने को विवश हैं. ग्रामीण कई बार पुल निर्माण की मांग कर चुके हैं. लेकिन अभी तक नहीं बन सका है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

सुपौल. जिले के छातापुर प्रखंड क्षेत्र के मध्य भाग में प्रवाहित सुरसर नदी पर शिवनी घाट के समीप लंबे अरसे से प्रस्तावित पुल का निर्माण शुरू नहीं हो पाया है. नदी पर पुल नहीं बनाये जाने के कारण हजारों की आबादी को आर पार होने के लिए चचरी पुल ही विकल्प है. झखाड़गढ़ पंचायत स्थित शिवनी घाट पर उच्च स्तरीय पुल निर्माण की मांग इलाकेवासी दशकों से कर रहे हैं. लेकिन जिला प्रशासन या बड़े जनप्रतिनिधि पुल निर्माण करवाने के प्रति गंभीर नहीं हो पा रहे हैं. जिसका नतीजा है कि इलाकेवासी जान जोखिम में डालकर चचरी पुल के सहारे आवागमन करने को मजबूर हैं.

15 किलोमीटर लगाना पड़ता है चक्कर

मालूम हो कि महद्दीपुर बाजार एवं चुन्नी पंचायत के समीप उच्च स्तरीय पुल बना हुआ है. दोनों पुल के बीच करीब 15 किलोमीटर की दूरी है और इन दूरी के बीच एक भी पुल का निर्माण नहीं हो पाया है. जिसके कारण झखाडगढ एवं रामपुर पंचायत दो भागों में विभक्त है. नदी के पूरब बसने वाली हजारों की आबादी को मुख्यालय आने जाने के लिए लंबी दूरी का फेरा लगाना पड़ता है. प्रतापनगर, इंदरपुर, मोहनपुर, कटहरा, मकुरजा हाट, ननकी, लालपुर हाट सहित कई गांव के लोग महद्दीपुर या फिर चुन्नी के रास्ते मुख्यालय अथवा गंतव्य तक जाने को मजबूर हो रहे हैं.

पांच दशकों से की जा रही पुल निर्माण की मांग

नदी में बारहो मास जल प्रवाहित रहता है. जबकि मानसून काल में नदी उफान पर रहती है. बताया जाता है कि आसपास के जनप्रतिनिधि और ग्रामीणों के निजी सहयोग से चचरी पुल का निर्माण किया जाता है. साल में कई बार चचरी निर्माण के अलावे उसकी मरम्मत का कार्य भी कराया जाता है. जहां पैदल या दो पहिया वाहन वाले राहगीरों के लिए चचरी पुल वरदान साबित हो रहा है. यहां के लोगों ने बताया कि बीते पांच दशक से शिवनी घाट के समीप सुरसर नदी पर पुल निर्माण की मांग की जाती रही है.

कहते हैं बीडीओ

पुल के लिए लोग तरस रहे हैं और इसके लिए कई चरण में आंदोलन भी हुए. प्रशासनिक अधिकारी व पदाधिकारियों को आवेदन देकर गुहार भी लगाया गया. यहां तक की स्थानीय सांसद व विधायक से भी पुल निर्माण के लिए लगातार मांग की जाती रही है. हालांकि सांसद व विधायक के द्वारा जल्द पुल निर्माण कराने का आश्वासन भी दिया गया. लेकिन पुल निर्माण की दिशा में अब तक सार्थक पहल होता नहीं दिख रहा है. वहीं, इस संदर्भ में बीडीओ रीतेश कुमार सिंह ने बताया कि शिवनी घाट पर पुल प्रस्तावित है, यह उनके संज्ञान में नहीं है. यदि ऐसा है तो प्रखंड स्तर पर टीम बनाकर स्थल की जांच करायी जायेगी. जांच प्रतिवेदन जिला योजना समिति को भेजकर पुल निर्माण के लिए अनुरोध किया जायेगा

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें