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बाबा मणिराम की समाधि पर लंगोट अर्पण की

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गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर बाबा मणिराम अखाड़ा स्थित मल्ल युद्ध सम्राट और संत शिरोमणि बाबा मणिराम की समाधि पर लंगोट अर्पण कर मेला धूमधाम से रविवार से ही शुरू हो गया है .

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बिहारशरीफ: गुरु पूर्णिमा के पावन अवसर पर बाबा मणिराम अखाड़ा स्थित मल्ल युद्ध सम्राट और संत शिरोमणि बाबा मणिराम की समाधि पर लंगोट अर्पण कर मेला धूमधाम से रविवार से ही शुरू हो गया है . सोमवार को पूर्व विधान पार्षद राजू यादव और समाजसेवी अरविंद कुमार सिन्हा ने बाबा की समाधि पर लंगोट अर्पित किया. इस अवसर पर समाजसेवी अरविंद कुमार सिन्हा ने कहा कि नालंदा विश्व को शांति का संदेश देने वाली धरती है. बिहार में आपसी प्रेम, भाईचारा, मिलनसारिता और शांति का माहौल कायम रहे, यही बाबा से प्रार्थना है. 28 जुलाई तक चलने वाले इस मेले में हजारों की संख्या में श्रद्धालु बाबा की समाधि पर लंगोट अर्पण कर अमन, चैन और खुशहाली की कामना करेंगे. यह देश का इकलौता मंदिर है जहां सदियों से लंगोट चढ़ाने की अनोखी परंपरा चली आ रही है. प्रसिद्ध मलयुद्ध विशेषज्ञ और अपने समय के महान संत बाबा मणिराम की समाधि पर आयोजित यह मेला हर साल श्रद्धालुओं को अपनी ओर आकर्षित करता है. मेले में बाबा की समाधि पर लंगोट अर्पित करने की परंपरा काफी पुरानी है. हजारों की संख्या में श्रद्धालु पूरी आस्था के साथ, भक्ति गीतों के साथ नाचते-गाते बाबा की समाधि पर लंगोट अर्पित करने के लिए पहुंचते हैं. यह मेला न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सामाजिक सद्भाव और भाईचारे का भी संदेश देता है.

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