बिहार के युवक का शव तेलंगाना के जंगल में पेड़ से झूलता मिला, शिवपुर का रहने वाला था युवक, जानें क्या है मामला

सुरेंद्र तेलंगाना के जगदलपुर जिला अंतर्गत बेलकाटूर में रह कर जीबीआर नमक कंपनी में काम करता था. जानकारी के अनुसार, वह पिछले काफी दिनों से वहीं रह कर कार्य करता था. इधर, कुछ दिन पहले घर आया था और 20 दिन पहले घर से फिर कार्य करने के लिए तेलंगाना गया था.

By Prabhat Khabar News Desk | May 5, 2023 4:14 AM
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औरंगाबाद: कुटुंबा विधानसभा अंतर्गत नवीनगर थाना क्षेत्र के शिवपुर गांव निवासी सुरेंद्र मालाकार का 21 वर्षीय पुत्र अंकित कुमार का शव तेलंगाना के जंगली इलाके में पेड़ से झूलता पाया गया है. सुरेंद्र तेलंगाना के जगदलपुर जिला अंतर्गत बेलकाटूर में रह कर जीबीआर नमक कंपनी में काम करता था. जानकारी के अनुसार, वह पिछले काफी दिनों से वहीं रह कर कार्य करता था. इधर, कुछ दिन पहले घर आया था और 20 दिन पहले घर से फिर कार्य करने के लिए तेलंगाना गया था. जानकारी के अनुसार, एक मई से वह गायब था.

गमछे के सहारे पेड़ में टंगा हुआ था शव

ग्रामीणों ने बताया कि अंकित का बहनोई भी साथ में रहता था, जिसने गायब होने की सूचना घरवालों को दी और वहां खोजबीन भी करने लगा. इस क्रम में बुधवार को बेलकाटुर के समीप जंगली इलाके में एक पेड़ से उसका शव लटके होने की सूचना मिलने के बाद बहनोई जब वहां पहुंचा, तो देखा कि उसका शव एक गमछे के सहारे पेड़ में टंगा हुआ था. उसने बताया कि शव को देखने से ऐसा प्रतीत होता था कि उसे बिजली के करंट लगाकर या तेजाब छिड़क कर कर मारा गया है.

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पुतला बना कर किया गया दाह संस्कार

अंकित का शव मिलने के बाद भी गरीबी के कारण से घर नहीं लाया जा सका. यहां तक कि पैसे के अभाव में परिजन तेलंगना भी नहीं जा सके. साथ में रह रहे बहनोई ने शव को वही मिट्टी में दफना दिया. इधर, शिवपुर गांव में परिजनों ने पुतला बना कर युवक का दाह संस्कार कर दिया. गांव के भरत पाठक, ललित पाठक, रघुवीर पासवान आदि ने बताया कि सुरेंद्र मालाकार अत्यंत निर्धन परिवार है. अंकित ही मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करता था. उसकी मौत के बाद स्थिति और भी खराब हो गयी है. अब परिजनों के पास अंकित का ब्रह्मभोज करने के लिए भी पैसे नहीं है. मौत की सूचना मिलते ही ग्रामीणों में मातम छा गया. वहीं, परिजन रोते-रोते बेहाल है. ग्रामीणों ने प्रशासन एवं जनप्रतिनिधियों का ध्यान आकृष्ट कराते हुए गरीब परिवार को मदद पहुंचाने की गुहार लगायी है.

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