25.7 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 11:45 am
25.7 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बिहार में बदल चुका है वोटिंग का पुराना ट्रेंड? जाति विशेष को वोट बैंक समझने वालों की बढ़ी चिंता, पढ़िये..

Advertisement

Bihar Politics: बिहार में अब वोट बैंक की सियासत का ट्रेंड बदलने लगा है. कुढ़नी उपचुनाव में भी वो बदलाव देखने को मिला. पिछले दो उपचुनावों में भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला. किसी जाति या धर्म विशेष को अपना समझना बड़ी भूल साबित होने लगी है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Bihar Politics: बिहार में फिर एक उपचुनाव का परिणाम सामने आ चुका है. कुढ़नी में भाजपा ने सीधे मुकाबले में जदयू को हराया है. पिछले तीन उपचुनावों को देखें तो भाजपा ने दो और महागठबंधन ने एक सीट पर जीत दर्ज की है. लेकिन अब बिहार की सियासत में वोट बैंक का ट्रेंड बदलता हुआ भी दिखने लगा है. कुढ़नी का परिणाम इसके लिए ताजा उदाहरण के रूप में देखा जा सकता है जहां किसी जाति या धर्म विशेष को अपना वोट बैंक समझ लेना बड़ी भूल ही साबित हुआ है.

- Advertisement -

कुढ़नी के चार मुख्य उम्मीदवार

कुढ़नी में महागठबंधन ने कुशवाहा उम्मीदवार उतारा था. भाजपा ने वैश्य उम्मीदवार पर भरोसा जताया. वहीं मुकेश सहनी ने भूमिहार जाति से आने वाले नीलाभ कुमार को मैदान में ताल ठोकने उतारा तो AIMIM ने मुस्लिम कंडिडेट दिया. प्रमुख उम्मीदवारों में इन चार नामों को ही देखा गया. अब बात वोट बैंक की करें तो महागठबंधन ही नहीं बल्कि एनडीए को भी इस परिणाम ने सोच में जरूर डाला होगा.

अब आसानी से सेंधमारी हो रही…

बड़े दलों के लिए समर्पित रहे वोट बैंक में अब आसानी से सेंध लगने लगा है. अब यह दावा करना महंगा पड़ रहा है कि कोई जाति या धर्म विशेष का साथ उसी दल या उम्मीदवार के साथ रहेगा. ये संकेत इस तरह समझे जा सकते हैं कि भाजपा जहां सवर्णों को अपना वोट बैंक समझती रही है वहीं जब मुकेश सहनी की पार्टी वीआइपी ने सवर्ण उम्मीदवार मैदान में उतारा तो करीब 10 हजार वोट नीलाभ कुमार के खाते में आ गये. इनमें सवर्ण वोटरों की भी बड़ी संख्या हो सकती है. वहीं मुस्लिम वोटरों को अपना वोट बैंक समझने वाली महागठबंधन के लिए सबसे बड़ी मुसीबत अभी ओवैसी की पार्टी AIMIM है.

Also Read: बिहार उपचुनाव परिणाम: कुढ़नी में जदयू की हार क्यों हुई? जानें मंझधार में नैया फंसने की बड़ी वजह…
मुस्लिम वोट में सेंधमारी

मुस्लिम वोटर भाजपा के बदले महागठबंधन के ही साथ मजबूती से रहे हैं. लेकिन जैसे ही ओवैसी की पार्टी AIMIM मैदान में उतरती है. महागठबंधन की राह मुश्किल होने लगती है. पहले गोपालगंज और अब कुढ़नी में AIMIM ने मुस्लिम समुदाय के कई वोटरों को अपनी ओर खींचा है. इसे महागठबंधन का सीधा नुकसान माना जा रहा है.

दलित वोट हो रहे डायवर्ट

वहीं दलितों के वोट हासिल करने के लिए जहां बड़ी पार्टियां तमाम दांव पेंच लगाती रही है वहीं अब लोजपा की दस्तक से मजबूत वोट बैंक डायवर्ट होता भी नजर आता है. यही वजह है कि अब किसी जाति विशेष के वोट बैंक को अपना समझकर कोई बड़ा दल चैन की नींद नहीं सोता बल्कि उसे वोटर खिसकने का भय हमेसा रहता है.

Posted By: Thakur Shaktilochan

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें