Bihar News: इन ईंट भट्ठों पर लटक रही खतरे की तलवार, नीतीश सरकार ने लिया बड़ा फैसला

Bihar News: बिहार सरकार ने प्रदेश में संचालित वैसे ईंट भट्ठों के खिलाफ एक्शन लेने का फैसला किया है जो बिना सीटीई और सीटीओ सर्टिफिकेट के संचालित हो रहे हैं. साथ ही खान एवं भू-तत्व विभाग के अधिकारियों को नियमित निरीक्षण, बकाया राशि की वसूली, और राजस्व संग्रह का लक्ष्य तय करने के निर्देश दिए गए हैं.

By Aniket Kumar | December 11, 2024 10:27 AM
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Bihar News: बिहार सरकार ने ईंट-भट्ठों में हो रही अनियमितताओं के खिलाफ सख्त कदम उठाया है. इसको लेकर कड़े कदम उठाने का फैसला लिया गया है. समीक्षा बैठक में यह बात निकल कर सामने आई है कि कई ईंट-भट्ठों ने न तो समय पर टैक्स जमा किया है और न ही उनके पास भट्ठा चलाने की आवश्यक अनुमति (सीटीई और सीटीओ) है. अब ऐसे ईंट भट्ठों को चिन्हित कर उनके खिलाफ ऐक्शन लेने की तैयारी है. इस प्रक्रिया के तहत खान एवं भू-तत्व विभाग के अधिकारियों को नियमित निरीक्षण, बकाया राशि की वसूली, और राजस्व संग्रह का लक्ष्य तय करने के निर्देश दिए गए हैं. जानकारी के अनुसार, प्रदेश में साढ़े छह हजार से अधिक ईंट-भट्ठे संचालित हो रहे हैं, जिनमें से कई पर अनियमितताओं के आरोप लगे हैं.

राजस्व संग्रह में पटना सबसे आगे

इसके अलावा खनिज विकास पदाधिकारियों ने वित्तीय लक्ष्य के मुकाबले अधिक राजस्व इकट्ठा किया, जिसमें पटना अंचल सबसे आगे रहा. पटना अंचल में 186.74 करोड़ का राजस्व संग्रह हुआ. अन्य अंचलों में भी अलग-अलग स्तरों पर अच्छा राजस्व संग्रह हुआ है. जैसे मगध अंचल ने 64.07 करोड़ और मुंगेर अंचल ने 15.30 करोड़ का संग्रह किया.

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इन ईंट भट्ठों को बंद करने के निर्देश

बिहार सरकार ने विभाग के अधिकारियों को ऐसे ईंट भट्ठों को चिह्नित कर बंद करने के निर्देश दिए हैं, जो बिना सीटीई (कंसेंट टू स्टैब्लिस्ट) और सीटीओ (कंसेंट टू ऑपरेट) के चलाए जा रहे हैं. साथ ही विभाग के अधिकारियों को समय-समय पर निरीक्षण, बकाया राशि की वसूली और राजस्व संग्रह के लक्ष्यों को निर्धारित करने के निर्देश दिए गए हैं. बता दें, विभाग ने नवंबर के महीने में 175 करोड़ रुपये के लक्ष्य के मुकाबले 309.85 करोड़ रुपये का राजस्व संग्रह किया है, जिसमें पटना अंचल सबसे आगे रहा.

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