26.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 06:52 pm
26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Bihar News : दो साल से लॉकडाउन की मार, इस साल ओलावृष्टि से किसान तबाह, लगायी सरकार से मदद की गुहार

Advertisement

दो वर्षों से लॉकडाउन का मार रहे किसानों को फिर इसबार घाटे को झेल रहे किसानों को इस वर्ष के फसल से उम्मीद थी. लेकिन जनवरी में हुई बारिश के साथ पड़े ओलावृष्टि के प्रभाव से अब गलने लगी है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

श्रवण कुमार,गोपालगंज. सदर प्रखंड के हीरापाकड़ बांध के समीप नदी के निचले इलाकों सैकड़ों एकड़ में लगी तरबूज की फसल बर्बाद होने के कारण किसानों की कमर टूट गयी है. किसान का परिवार आर्थिक संकट से जूझ रहा है. कर्ज लेकर खेती करने वाले किसानों पर तो सामत आ गयी है.

महाजनों व बैंक का कर्ज रात की नींद छीन लिया है. दो वर्षों से लॉकडाउन का मार रहे किसानों को फिर इसबार घाटे को झेल रहे किसानों को इस वर्ष के फसल से उम्मीद थी. लेकिन जनवरी में हुई बारिश के साथ पड़े ओलावृष्टि के प्रभाव से अब गलने लगी है.

ओलावृष्टि ने फसल के जड़ों को क्षतिग्रस्त कर दिया. कुछ फसल तो दूसरे दिन से ही गलने लगे. किसानों को बाकि फसलों को फिर से सही हो जाने की उम्मीद थी. लेकिन तीन सप्ताह बाद तक फसलों में जान नहीं आ सकी. जिससे किसान अब नाउम्मीद होने लगे हैं.

किसान जगत नारायण यादव बताते हैं. इस समय तक तरबूज के लते पूरे खेतों में फैल जाते थे. लेकिन अब तक फसल अपने ही जगह पर सिकुड़े हुये हैं. इसलिये समय से फसल हसेने की उम्मीद खत्म होने लगी है.

दो सालों से लॉकडाउन का मार झोल रहे किसान

किसान बताते हैं कि बताते हैं कि 2020 और 2021 में फसल तो अच्छी हुई. लेकिन कोरोना संक्रमण को लेकर लगे लॉकडाउन कारण व्यापारी नहीं पहुंचे. जिससे बिक्री कम हो गई. एक रुपए प्रति किलो तरबूज बेचने पर भी व्यापारी नहीं मिल रहे थे. दोनों साल फसल की लागत तक नहीं उतर पायी. इस बार उम्मीद थी कि तरबूज की बिक्री अच्छी होगी और बिते दो सालों का भरपाया हो जायेगा. लेकिन बारिश के साथ पड़े ओलों ने सब बिगाड़ दिया.

किसानों ने की मुआवजे की मांग

किसान बिंदा यादव बताते है. कि ब्याज पर कर्ज लेकर तरबूज की खेती की. उम्मीद था कि इस बार के फसल से पिछले दो सालों का घटा भी बराबर हो जायेगा. लेकिन तरबूज की गलती फसल को देखकर अभी से ही कर्ज भरने का डर सता रहा है. विभाग को हम से क्या लेना वहां की योजनाएं तो कुछ गिने-चुने किसानों के लिए ही होती हैं. तरबूज की खेती करने वाले प्रहलाद सिंह, सुरेंद्र मुखिया, अच्छेलाल प्रसाद समेत दर्जनों किसानों ने सरकार से मुआवजे की मांग की है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें