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Bihar News: बांद्रा ट्रेन से बरामद हुआ शव को लेकर तीन दिन से पोस्टमार्टम के लिए भटकता रहा बहनोई

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Bihar News: बांद्रा ट्रेन से बरामद हुआ शव को लेकर तीन दिन से पोस्टमार्टम के लिए बहनोई भटक रहा है. मृत युवक की पहचान यूपी के गोरखपुर जिले के बसगांव थाना क्षेत्र के सखारूवा निवासी शिवमूरत गुप्ता के तकरीबन 38 वर्षीय पुत्र सुनील गुप्ता के रूप में की गयी.

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बरौनी. एक अजीबोगरीब अमानवीय कुकृत्य प्रकाश में आया है. जिस पूरी वाक्या को सुन आम लोगों का भी कलेजा कांप उठेगी. मिली जानकारी के मुताबिक, पूर्व-मध्य रेल के बरौनी जंक्शन पर सोमवार की देर रात पहुंची बांद्रा एक्सप्रेस के शौचालय से एक युवक का शव को बरौनी रेल राजकीय पुलिस ने बरामद किया. शव बरामदगी के बाद पुलिस ने अग्रिम कार्रवाई प्रारंभ कर दी. पुलिस ने बताया कि मृतक के पास से बरामद हुए आधार कार्ड से युवक की शिनाख्त संभव हो पाया. जिसकी जानकारी परिजनों को दे दी गयी. मृत युवक की पहचान यूपी के गोरखपुर जिले के बसगांव थाना क्षेत्र के सखारूवा निवासी शिवमूरत गुप्ता के तकरीबन 38 वर्षीय पुत्र सुनील गुप्ता के रूप में की गयी.

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पोस्टमार्टम के लिए यहां से वहां भेजा जा रहा शव

दिलचस्प बात यह है कि पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल भेजा. लेकिन उसका वहां पोस्टमार्टम किसी कारण बस नहीं किया गया. जिसके बाद इस मामले के अनुसंधानकर्ता एवं मृतक के बहनोई मुनील गुप्ता ने उसका पोस्टमार्टम के लिए दरभंगा भेज दिया. लेकिन वहां स्थानीय सीजीएम के हस्ताक्षर सह अनुमति नहीं होने के कारण वहां से बैरंग बेगूसराय भेज दिया गया. जिसके बाद 3 दिनों से लगातार न सिर्फ परिजन बल्कि इस केस में अनुसंधानकर्ता भी शव के साथ टपला खा रहे थे.

परिजनों को किया जा रहा परेशान

हालांकि काफी कष्ट के बाद गुरुवार को बेगूसराय सदर अस्पताल में उसका अंत्य परीक्षण कर लिया गया. स्वजनों ने बताया कि सुनील महाराष्ट्र से गोरखपुर अपने घर आ रहा था, इसी क्रम में वह काल के गाल में समा गया. जिसके बाद शव की पोस्टमार्टम के लिए संकटों की पहाड़ टूट पड़ा. इससे साफ जाहिर होता है कि रेल की सिस्टम और बिहार की चिकित्सीय व्यवस्था में भारी कमियां हैं जो दुर्भाग्यपूर्ण हैं.

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