21.1 C
Ranchi
Thursday, March 13, 2025 | 01:21 am
21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Bihar: नक्सली कैसे करते हैं युवाओं का माइंड वॉश? सरेंडर किए हार्डकोर सूरज ने किए हैरान करने वाले खुलासे..

Advertisement

मुंगेर में हार्डकोर नक्सली सूरज मुर्मू ने सोमवार को सरेंडर कर दिया. इस दौरान उसने कई हैरान करने वाले खुलासे किये. सूरज ने बताया कि नक्सली किस तरह गरीब युवाओं को टारगेट करते हैं और उनका माइंड वॉश करके उसे हथियार थमाते हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Bihar News: पूर्वी बिहार व पूर्वोत्तर झारखंड स्पेशल एरिया कमेटी के हार्डकोर नक्सली हवेली खड़गपुर थाना क्षेत्र के रारोडीह गांव निवासी सूरज मुर्मू ने सोमवार को एसएलआर व 28 कारतूस के साथ मुंगेर जिला प्रशासन के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया. इसके बाद सूरज ने कहा कि मेरे जैसे भटके युवाओं को माइंड वॉश कर नक्सली अपने संगठन से जोड़ते हैं और अपने लोगों के खिलाफ ही हथियार थमाकर विरोध कराते हैं. इस परिस्थिति में हर लोगों को सावधान रहने की जरूरत है.

घर वापसी करने की अपील

सूरज मुर्मू ने युवाओं से आह्वान किया कि माओवादी संगठन को न तो मदद करें और न ही संगठन से जुड़े. अगर किसी कारणवश नक्सलियों के बहकावे में आकर माओवादी संगठन से जुड़ गये हैं, तो अपना घर वापसी कर लें. क्योंकि वहां किसी का भला होने वाला नहीं है.

लकड़ी काटने के दौरान हुआ नक्सलियों से भेंट, चल दिया था साथ

नक्सली सूरज ने बताया कि वह आठवीं कक्षा तक पढ़ा है. वर्ष 2018 में नक्सलियों के बहकावे में आकर संगठन से जुड़ गया था. लकड़ी काटने व गाय को घास चराने के लिए वह पहाड़ पर जाता था. इसी दौरान जंगल में नक्सलियों से उसकी मुलाकात हुई. लगातार कई दिनों तक नक्सलियों से उसकी मुलाकात जंगलों में होती रही. इसी दौरान नक्सलियों ने उसे बेहतर जिंदगी देने और भरपेट भोजन देने तथा परिवार के मदद का भरोसा दिलाता रहा. उस समय मेरी शादी हो गयी थी और माता-पिता की आर्थिक स्थिति भी ठीक नहीं थी. बिना परिवार को बोले वह एक दिन नक्सलियों के साथ चल दिया.

Also Read: हार्डकोर नक्सली सूरज मुर्मू का हथियार के साथ आत्मसमर्पण, काफी दिनों से थी पुलिस को तलाश

भोजन मिलता रहा और संगठन के लिए हथियार चलाता रहा..

बताया कि इसके बाद वह अपने लोगों के खिलाफ ही अपने हाथ में नक्सलियों का दिया हथियार थाम कर बागवत करने लगा. भोजन मिलता रहा और संगठन के लिए हथियार चलाता रहा. लेकिन आर्थिक मदद माओवादी संगठन ने नहीं किया और उसके घर की स्थिति लगातार बद से बदतर होती चली गयी. जिसके कारण उसने आत्मसमर्पण कर समाज की मुख्यधारा से जुड़ने का संकल्प लिया.

Posted By: Thakur Shaktilochan

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें
Home होम Videos वीडियो
News Snaps NewsSnap
News Reels News Reels Your City आप का शहर