24.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

बिहार: ऑक्सीजन सिलिंडर रखा था सामने, अस्पताल में किसी ने नहीं लगाया, तड़पते हुए दो की गयी जान

Advertisement

जहां दिल्ली व मुंबई समेत देश के अन्य शहरों में बिना ऑक्सीजन के कोरोना मरीजों की तड़प तड़प कर मौत हो रही है. वहीं ऑक्सीजन सिलिंडर मरीज के सामने रहने के बावजूद दो मरीज की मौत का मामला भागलपुर के कोविड डेडिकेटेड जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में सामने आया है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

जहां दिल्ली व मुंबई समेत देश के अन्य शहरों में बिना ऑक्सीजन के कोरोना मरीजों की तड़प तड़प कर मौत हो रही है. वहीं ऑक्सीजन सिलिंडर मरीज के सामने रहने के बावजूद दो मरीज की मौत का मामला भागलपुर के कोविड डेडिकेटेड जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज व अस्पताल में सामने आया है.

- Advertisement -

अस्पताल के एमसीएच कोविड आइसोलेशन वार्ड में दोपहर करीब 12.30 बजे तीन मरीज बिना ऑक्सीजन के बेचैन दिखे. जबकि तीनों के सामने ऑक्सीजन सिलिंडर पड़ा हुआ था. लेकिन किसी डॉक्टर या अन्य मेडिकल स्टाफ ने ऑक्सीजन का मास्क रोगी के नाक व मुंह पर नहीं लगाया. देखते देखते दो रोगी की तड़प कर मौत हो गयी. वहीं कोरोना संक्रमित 85 वर्षीय महिला व 55 वर्षीय पुरुष की सांस धीरे धीरे उखड़ रही थी.

कोरोना पॉजिटिव महिला के परिजनों ने डॉक्टरों व नर्सों को कई बार ऑक्सीजन मास्क लगाने की गुहार लगायी. लेकिन डॉक्टरों ने साफ मना कर दिया कि ऑक्सीजन मास्क लगाना टेक्निकल स्टाफ का काम है. ऑक्सीजन लगाना हमारी ड्यूटी नहीं है. एक वृद्धा को बेड भी उपलब्ध नहीं हुआ था, उसे जमीन पर रखे एक स्ट्रेचर पर लिटा दिया गया था.

परिजन ने जब घटना की जानकारी पूछताछ केंद्र को दी, तब डॉक्टरों, ट्रालीमैन व टेक्निशियन ने आकर आनन फानन में दोनों लाशों को पैक कराया. वहीं अन्य गंभीर मरीजों का इलाज शुरू किया. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि एक मृतक का नाम देवानंद साह था. यह नाम उसके शव की पैकिंग पर लिखा हुआ था. वहीं दूसरे मृतक को उनके परिजन बिना कोविड सेफ्टी पैकिंग कराये निकल गये.

Also Read: पटना के श्मशानों में शवों की कतार!, क्या कोरोना संक्रमितों के हैं ये सारे शव? जानें 240 के आंकड़े का पूरा सच

मामले की जानकारी के लिए जब अस्पताल अधीक्षक के मोबाइल नंबर पर दो बार कॉल किया गया, उन्होंने फोन नहीं उठाया. घटना के समय मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों ने आशंका जतायी कि खाली ऑक्सीजन सिलिंडर को मरणासन्न मरीजों के बगल में रख दिया गया है.

दरअसल अस्पताल में ऑक्सीजन है ही नहीं. मरीज के परिजनों ने बताया कि एक बजे सभी मेडिकल स्टाफ की ड्यूटी समाप्त हो जाती है. वहीं दूसरे शिफ्ट के कर्मचारी आने से पहले सभी घर निकलने के फिराक में रहते हैं. इसी कारण कोविड मरीजों को ऑक्सीजन नहीं चढ़ाया जा सका.

Posted By: Thakur Shaktilochan

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें