16.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 12:40 am
16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

निलंबित प्रभारी प्राचार्य से थाने में घंटों हुई पूछताछ, विभागीय कार्रवाई शुरू

Advertisement

जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान बेतिया के प्रभारी प्राचार्य मनीष कुमार जायसवाल के निलंबन के बाद अब उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

बेतिया. जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान बेतिया के प्रभारी प्राचार्य मनीष कुमार जायसवाल के निलंबन के बाद अब उनकी मुश्किलें बढ़ गई हैं. छात्राओं की ओर से लगाये गये गंभीर आरोपों की जांच के साथ-साथ प्राचार्य के खिलाफ विभागीय कार्रवाई भी शुरू हो गया है. इधर, घटना के बाद शुक्रवार को जीएनएम प्रशिक्षण संस्थान पर सन्नाटा पसरा हुआ था. संस्थान के बाहर एक सुरक्षा गार्ड उपस्थित था. बता दें कि छात्राओं की ओर से जीएनएम के प्रभारी प्राचार्य मनीष कुमार जायसवाल के खिलाफ डीएम दिनेश कुमार राय से शिकायत की थी. जिसके आलोक में डीएम ने पूरे मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत को दी. इसके बाद तत्काल प्रभाव से प्रभारी प्राचार्य को निलंबित कर दिया गया. छात्राओं का आरोप हैं कि प्रभारी प्राचार्य कॉलेज परिसर में शराब पीते हैं. दुर्व्यवहार करते हैं और मसाज करवाते है. वहीं गुरुवार की देर शाम मुफस्सिल थानाध्यक्ष अभिराम सिंह ने प्रभारी प्राचार्य को थाना लाया. जहां उसने घंटों पूछताछ भी किया गया. गुरुवार को जीएनएम संस्थान से समाहरणालय पैदल मार्च करते हुए पहुंची छात्राओं का कहना था कि चार महीने पहले राज्य के निदेशक प्रमुख नर्सिंग से मामले की शिकायत की थी. इसके आलोक में जांच की जिम्मेवारी सिविल सर्जन को मिली. तत्कालीन सिविल सर्जन ने जांच में इसे सत्य पाया था. इसके बावजूद उनपर कार्रवाई नहीं हुई. उल्टे शिकायत से नाराज प्राचार्य ने छात्राओं को संस्थान परिसर में बंद कर दिया. गुरुवार को 40 से अधिक छात्राएं किसी तरह वहां से निकलकर सीधे डीएम के पास पहुंची और न्याय की गुहार लगाई.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें