18.1 C
Ranchi
Monday, February 24, 2025 | 08:49 am
18.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Begusarai News : गढ़पुरा प्रखंड कार्यालय के परिसर में बखरी व मंझौल अनुमंडल के किसानों का धरना

Advertisement

Begusarai News : गढ़पुरा प्रखंड कार्यालय परिसर में किसानों के द्वारा आयोजित एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया गया.

Audio Book

ऑडियो सुनें

भगवानपुर. एशिया के मीठे पानी का सबसे बड़ा काबर झील है. झील के आसपास का हजारों एकड़ भूमि का सर्वेक्षण बिहार सरकार वन विभाग के नाम से करबा रही है जो किसानों के लिए अभिशाप है. उक्त बातें राजद विधान पार्षद डॉ उर्मिला ठाकुर ने गढ़पुरा प्रखंड कार्यालय परिसर में किसानों के द्वारा आयोजित एक दिवसीय धरना प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कही. उन्होंने कहा कि किसानों के साथ बिहार सरकार बहुत बड़ा अन्याय कर रही है. हजारों वर्ष से जिस जमीन से किसान अनाज उपजाकर पूरे देश को खिला रहा है. उस भूमि को बिना मुआवजा दिए सरकार वन विभाग के नाम से सर्वे करवा रही है. उन्होंने इस मुद्दे को आगामी विधान पार्षद के सदन में उठाने की भी बात कहा. सभा को संबोधित करते हुए कनौसी के किसान राम चरित्र सिंह ने कहा कि चुनाव के समय में वोट लेने के लिए नेता आते हैं. लेकिन बहुत लंबे संघर्ष कर रहे किसानों की पीड़ा आज तक किसी ने सुनने का प्रयास नहीं किया. अब सरकार की इस नई नीति को किसानों को बर्बाद कर देगा. हम किसानों की आजीविका ही खेती है. अगर सरकार के द्वारा वह खेत ही छीन लिया जाय तो हमलोग क्या करेंगे. हम लोग मरना पसंद करेंगे लेकिन अपने पूर्वजों के द्वारा दिया गया भूमि किसी भी परिस्थिति में नहीं छोड़ेंगे.मंझौल के किसान जुगनू बादशाह ने कहा कि अधिकारी तथा पदाधिकारी किसानों की पीड़ा सुनने को तैयार नहीं है. अगर ऐसा ही चलता रहा, तो किसान उग्र आंदोलन को आतुर होंगे. जिसकी पूर्ण जबाबदेही सरकार के साथ-साथ अधिकारी एवं पदाधिकारी की होगी. वर्ष 2013 में काबर क्षेत्र के जमीन के खरीद बिक्री पर लगे प्रतिबंध को भी बिहार सरकार को वापस लेना होगा. जिस भूमि को बेचकर यहां के किसान बेटी की शादी बीमारी घर मकान समेत अन्य सुख सुविधाओं में उपयोग करते थे आज उस भूमि के बिक्री पर भी प्रतिबंध लगा दिया गया है जो किसी काले कानून से काम नहीं है. उन्होंने कहा कि काबर क्षेत्र में पेड़ लगाने के नाम पर लाखों की उगाही होती है लेकिन इस क्षेत्र में एक भी पेड़ नहीं लगाए जाते हैं इसकी अगर सही से जांच की जाए तो वन विभाग के बड़े-बड़े अधिकारी इस काले करतूत में शामिल मिलेंगे. इन बातों पर सरकार की नजर नहीं जा रही है सिर्फ किसानों की गला दबाने का प्रयास बिहार सरकार कर रही है. धरना प्रदर्शन के उपरांत दर्जनों किसानों ने एक मांग पत्र गढ़पुरा बीडीओ को सौंपा है. मौके पर किसानों में कनौसी के किसान संजीव सिंह, सियाराम सिंह, विजय कुमार सिंह, रंजन सिंह, मनिकपुर के किसान मुकेश विक्रम, रामचंद्र यादव, विनोद यादव राजेंद्र यादव मंझौल के किसान मनोज भारती, सकरा के किसान सुरेश यादव, रजौर के बच्चा प्रसाद यादव समेत सैकड़ो किसान शामिल थे.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें