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Begusarai News : जिला पार्षद के अंतिम संस्कार के समय कंधे के पास मिला गोली लगने का जख्म, हंगामा

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Begusarai News : शनिवार की दोपहर क्षेत्र संख्या 18 जिला परिषद सदस्य शिवचंद्र महतो मामले में उस समय नया मोड़ आ गया जब परिजन और ग्रामीण शव को अंतिम संस्कार के लिए आलापुर विषहर स्थान मृतक के आवास से सिमरिया गंगाघाट पहुंचे थे.

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बरौनी. 29 नवंबर की शाम सात बजे जिला परिषद सदस्य शिवचंद्र महतो की हुई सड़क दुर्घटना में मौत मामले में नया मोड़ आने के बाद बेगूसराय जिला प्रशासनिक महकमा में जहां खलबली मची हुई है और लोगों के बीच यह घटना चर्चा का विषय बना हुआ है. वहीं पुलिस विभाग से लेकर बेगूसराय की स्वास्थ्य व्यवस्था सवालों के घेरे में है. तेघड़ा पुलिस पदाधिकारी की उक्त मामले में जांच प्रक्रिया एवं बेगूसराय सदर अस्पताल स्वास्थ्य विभाग के द्वारा की जाने वाली पोस्टमार्टम की प्रक्रिया सवालों के घेरे में आ गई है. लोगों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है कि आखिर किस प्रकार पुलिस हत्या के इस मामले को भी सड़क दुर्घटना का रूप देने में जुटी हुई है?, तो सदर अस्पताल की पोस्टमार्टम प्रक्रिया में भी गोली लगने की बात सामने कैसे नहीं आई. मामला जब तुल पकड़ने लगा तो पुलिस अपनी साख बचाने के लिए हत्या जैसे मामले को भी नया मोड़ देने में लगी है. जबकि घटना के बाद से ही मृतक का पुत्र नितेश कुमार अपने पिता की हत्या किये जाने की बात कह रहा था. जानकारों के मुताबिक पूर्व में मृतक ने अपना और परिवार की हत्या किये जाने की आशंका व्यक्त करते हुए सुरक्षा की मांग को लेकर आवेदन भी दिया था. मामाला तुल पकड़ता देखकर परिजनों की शिकायत के बाद मृतक शिवचंद्र महतो का दोबारा पोस्टमार्टम कराने को लेकर चिता पर से शव उठाकर सदर अस्पताल ले जाया गया.

अंतिम संस्कार के दौरान खुली पोल

शनिवार की दोपहर क्षेत्र संख्या 18 जिला परिषद सदस्य शिवचंद्र महतो मामले में उस समय नया मोड़ आ गया जब परिजन और ग्रामीण शव को अंतिम संस्कार के लिए आलापुर विषहर स्थान मृतक के आवास से सिमरिया गंगाघाट पहुंचे, जहां अंतिम संस्कार की प्रक्रिया के दौरान जब मृतक शरीर से पूरे वस्त्र को हटाया गया, तो मृतक के पुत्र, परिजन और ग्रामीण ने मृतक के शरीर पर कंधे के पास एवं गोली लगने का गहरा जख्म पाया. पूरा मामला आग की तरह फैल गई और आक्रोशित ग्रामीण महिला, पुरूष और बच्चे एनएच 28 बगराहाडीह पर पहुंचकर सड़क जाम कर घटना में शामिल अपराधी की गिरफ्तारी की मांग करने लगे. जिसके बाद पीड़ित परिजन की मांग पर मृतक के शव को चिता पर से उठाकर दोबारा पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल बेगूसराय भेजा गया. वहीं जानकारों के मुताबिक फोरेंसिक टीम की उपस्थिति में मृतक जिला परिषद सदस्य की दोबारा पोस्टमार्टम की बात सामने आ रही है. पूरे मामले ने जिला प्रशासन की पोल खोल दी. जानकारों के मुताबिक यह पहला मामला नहीं है जब हत्या को सड़क दुर्घटना का रूप देनें की कोशिश की गई. इससे पूर्व भी फुलवड़िया थानाक्षेत्र में एनएच 28 के बगल में घुमंतु प्रजाति के समस्तीपुर जिला के एक युवक की गोलीमार कर हत्या की गई थी. जिसे सड़क दुर्घटना का रूप दिया गया था. उक्त मामले में समस्तीपुर जिला के उजियारपुर के तत्कालीन सांसद सह केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री के पहल पर मृतक का दोबारा पोस्टमार्टम बेगूसराय सदर अस्पताल में हुआ. जिसमें युवक की मौत सड़क दुर्घटना नहीं बल्कि गोली लगने से हुई बात सामने आई थी. आखिर इतनी बड़ी लापरवाही कैसे हुई और अपराधी को इस प्रकार की घटना में बचाने की कोशिश का मंसा क्या है यह बेगूसराय जिले के तमाम राजनितिक दलों व बुद्धिजीवियों के बीच चर्चा का विषय बना हुआ है.

जिप सदस्य का शव पहुंचते ही मचा कोहराम, हर किसी की आंखें थीं नम

शुक्रवार की शाम बेगूसराय जिले के जिला परिषद क्षेत्र संख्या 18 के जिला परिषद सदस्य शिवचंद्र महतो का शव तेघड़ा थानाक्षेत्र के पीढ़ौली कुश्ती ढ़ाला के पास बरामद किया गया था. पुलिस के अनुसार बताया गया कि जब शिवचंद्र महतो अपनी बाइक से वापस लौट रहे थे उसी क्रम में किसी बड़ी वाहन की चपेट में आने से उनकी घटनास्थल पर ही मौत हुई थी.आनन फानन में स्थानीय लोगों के द्वारा उन्हें तेघरा अनुमंडलीय स्वास्थ्य केंद्र में लाया गया जहां चिकित्सकों ने प्राथमिक जांच के बाद ही उन्हें मृत घोषित कर दिया था. डीएसपी तेघड़ा एवं अन्य पुलिस पदाधिकारी की उपस्थिति में कानूनी औपचारिकता के बाद शव को पोस्टमार्टम के लिए बेगूसराय सदर अस्पताल भेज दिया गया था. अहले सुबह जब मृतक का शव उसके तेघड़ा थानाक्षेत्र अंतर्गत आवास आलापुर विषहर स्थान पहुंचा मानो शव को देखने पूरा गांव उम्र पड़ा. सबों की आंखे नम थी. परिजन का रो रोकर बुराहाल था. लेकिन एक बात सबों की जुबान पर थी की मृतक जिला परिषद सदस्य शिवचंद्र महतो की हत्या की गई है. मृतक अपने व्यवहार के कारण पूरे क्षेत्र में लोकप्रिय थे. मृतक अपने पीछे तीन पुत्र एवं एक पुत्री सहित पत्नी छोड़ गये हैं. फिलहाल उक्त मामले में नये मोड़ ने पूरा जिला प्रशासन को सवाल के घेरे में ला खड़ा किया है.

24 वर्ष पहले राजनीति में आये थे शिवचंद्र महतो, अपने व्यवहार से थे काफी लोकप्रिय

मृतक शिवचंद्र महतो 24 साल पहले 2000 में राजनिति में आये थे. इससे पहले भी वे कुशल समाजसेवी के रूप में क्षेत्र के लोगों से जुड़े रहते थे. लोगों के बीच अपने कुशल व्यवहार के कारण मृतक काफी लोकप्रिय थे. यही कारण था कि मौत के मामले में नया मोड़ आने के बाद सैकड़ों की संख्या में महिलाएं एनएच 28 बगराहाडीह पहुंचकर सड़क जाम कर दिया. और घटना में शामिल अपराधी की गिरफ्तारी कि मांग करने लगे. मृतक कृषि से जुड़कर व्यवसाय भी करते थे. मृतक ने सक्रिय राजनीति में रहते हुए 2003 में फुलवड़िया तीन पंचायत से मुखिया चुनाव लड़ा लेकिन उनको सफलता नहीं मिली. 2016 वर्ष में उन्होंने जिला परिषद का चुनाव लड़ा फिर असफल रहे. लेकिन उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और 2021 मृतक शिवचंद्र महतो जिला परिषद सदस्य निर्वाचित हुये. जिला परिषद सदस्य के मौत की घटना से पूरे इलाके में मातमी सन्नाटा पसरा हुआ है.

जांच कर कार्रवाई की मांग

घटना पर दुख व्यक्त करते हुए भाजपा नेता केशव शाण्डिल्य ने कहा मृतक शिवचंद्र महतो सामाजिक न्याय के मिलनसार समाजसेवी थे. इनकी मौत के मामले की एसपी बेगूसराय खूद जांच करें और घटना में शामिल अपराधी को अविलंब गिरफ्तार कर फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से फांसी की सजा दी जाए. उनका असामयिक निधन समाज के लिए अपूरणीय क्षति है. पूरा समाज इस घटना से मर्माहत है. वहीं घटना के बारे में विभिन्न राजनितिक दलों के लोगों ने जिला प्रशासन की कार्यशैली एवं सदर अस्पताल बेगूसराय के कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए डीजीपी बिहार एवं मुख्यमंत्री बिहार नीतीश कुमार से मामले को गंभीरता से लेते हुए कड़ी कार्यवाई का मांग किया है.

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डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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