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बछवाड़ा-हादीपुर सड़क के किनारे झाड़ी में फेंके मिले 300 आयुष्मान भारत कार्ड

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थाना क्षेत्र की कादराबाद पंचायत के हादीपुर गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय हादीपुर के समीप बछवाड़ा-हादीपुर सड़क के किनारे झाड़ी में सैकड़ों की संख्या में आयुष्मान भारत कार्ड फेंका हुआ पाया गया.

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बछवाड़ा. सरकार एक तरफ आयुष्मान भारत कार्ड को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है, जिससे गरीब लोगों को इलाज के दौरान सुविधा मिल सके. वहीं दूसरी तरफ एजेंसी द्वारा लोगों के बीच जाकर आयुष्मान भारत कार्ड बनाने के उपरांत सड़क के किनारे जंगलों में फेंका जा रहा है. बताते चलें कि थाना क्षेत्र की कादराबाद पंचायत के हादीपुर गांव स्थित उत्क्रमित मध्य विद्यालय हादीपुर के समीप बछवाड़ा-हादीपुर सड़क के किनारे झाड़ी में सैकड़ों की संख्या में आयुष्मान भारत कार्ड फेंका हुआ पाया गया. सड़क के किनारे आयुष्मान भारत कार्ड फेके हुए रहने के कारण विद्यालय से मध्यांतर के समय घर जा रहे स्कूली बच्चों की नजर फेंका हुआ आयुष्मान कार्ड पर गया. स्कूली बच्चों द्वारा उक्त आयुष्मान कार्ड को उठाकर खिलौने के रूप में उपयोग किया जाने लगा. मध्यांतर के बाद विद्यालय पहुंचे बच्चों के द्वारा आयुष्मान कार्ड को खिलौने के रूप में प्रयोग किए जाने के दौरान विद्यालय के शिक्षकों की नजर आयुष्मान कार्ड पर जा पहुंची. विद्यालय के शिक्षकों द्वारा स्कूली बच्चों से सभी आयुष्मान कार्ड का संग्रह किया गया. शिक्षकों के द्वारा जब आयुष्मान कार्ड का संग्रह किया गया तो आयुषमान कार्ड की संख्या लगभग तीन सौ के करीब जा पहुंची. आयुष्मान कार्ड फेके होने की बात धीरे-धीरे गांव में जंगल की आग की तरफ फैल गया और देखने वाले लोगों की भीड़ जमा होने लगी. आयुष्मान कार्ड फेके होने को लेकर आम लोगों में तरह-तरह की अटकलें लगाई जाने लगी. स्थानीय ग्रामीण व विद्यालय के शिक्षकों द्वारा मामले की सूचना संबंधित विभागीय पदाधिकारी को दी गई. लेकिन संबंधित विभाग या पदाधिकारी के द्वारा मामले की तहकीकात करना मुनासिब तक नहीं समझा. बताते चलें कि जहां एक तरफ सरकार द्वारा गरीबों की सुख सुविधा व जनकल्याण को लेकर आयुष्मान कार्ड बनाने की मुहिम चलाई जा रही है, पदाधिकारी द्वारा आयुष्मान भारत कार्ड बनाने को लेकर जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है. वहीं दूसरी ओर स्वास्थ्य विभाग व सरकारी कर्मियों की लापरवाही के कारण आयुष्मान भारत कार्ड को झाड़ियां व कुड़े के ढेर पर फेके जा रहे हैं. आयुष्मान कार्ड कुडे के ढेर में मिलने से या साफ तौर पर जाहिर होता है कि स्वास्थ्य विभाग और सरकारी कर्मी के द्वारा जनहित कार्य में रुचि नहीं ली जा रही है और सरकारी आदेश की खुलेआम अवहेलना की जा रही है. वही मामले को लेकर स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों से पूछे जाने पर सभी स्वास्थ्य विभाग के पदाधिकारी व कर्मी अपना अपना पल्ला झड़ने में लगे हुए हैं और कुछ भी बताने से परहेज कर रहे हैं. वहीं मामले को लेकर प्रखंड विकास पदाधिकारी अभिषेक राज ने बताया कि आयुष्मान कार्ड फेंके होने की सूचना मिली है. मामले की जांच की जा रही है जांचोपरांत दोषी कर्मियों पर उचित कार्रवाई की जाएगी.

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डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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