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प्रमुख डैम की गोद इस बार भी पानी से पूरी तरह नहीं भर पायी

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हथिया नक्षत्र में वर्षा जमकर हो सकती है.

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प्रभात खबर-खास -भागलपुर में बाढ़ के संकट के बीच बांका में पानी की कमी जलाशयों में दिख रही साफबांकाः बांका का पड़ोसी जिला भागलपुर के कई क्षेत्र अभी बाढ़ग्रस्त हैं. जबकि, निकट जिला बांका में पानी की ऐसी स्थिति नहीं है. अलबत्ता, यहां की प्रमुख डैम की गोद भी इस बार पानी से पूरी तरह नहीं भर पायी है. नहरी क्षेत्र में एक दिन के बाद एक दिन यानी अल्टरनेट डे की व्यवस्था अपनाकर पानी छोड़ा जा रहा है. जिले में चांदन, ओढ़नी, बदुआ, बेलहरना, बिलासी इत्यादि सबसे बड़े डैम की सूची में शामिल है. चांदन डैम यहां सबसे बड़ा है और जिले की 60 प्रतिशत भूमि इसी से सिंचित होती है. परंतु, यहां करीब 15.6 फीट पानी खाली है. इसी तरह कहीं 13 तो कहीं 28 फीट पानी की कमी आकी गयी है. हालांकि, अभी कानि नक्षत्र चल रहा है. हथिया नक्षत्र में पानी की वर्षा जमकर हो सकती है. बहरहाल, बीते दो दिन से आंधी के साथ बारिश हो रही है लेकिन अपेक्षित बारिश नजर नहीं आ रही है.

पहाड़ी क्षेत्र में अधिक परेशानी

बांका की ज्यादातर जलाशय वर्षा आधरित है. मसलन, यहां की नदियां भी बारिश के बाद ही धारा प्रवाह में परिवर्तित होती है. नहरी क्षेत्र में कठिनाई उतनी नजर नहीं आती है. परंतु, पहाड़ी क्षेत्र जहां न नहर है न कोई सिंचाई की कोई बड़ी व्यवस्था है, वहां बारिश पर ही खेती निर्भर है. वैसे क्षेत्र में कटोरिया, चांदन, बौंसी व फुल्लीडुमर का अधिकांश हिस्सा आता है. यहां किसान खरीफ धान की खेती तो किसी तरह कर लेते हैं लेकिन रबी में मार खा जाते हैं. चूंकि, पानी की किल्लत उन्हें रबी की खेती की मंजूरी नहीं देती है. खरीफ धान का पटवन में भी किसानों को काफी मशक्कत उठानी पड़ती है.

रबी को हो सकता नुकसान

इस बार का मौसम किसानों के लिए मिला-जुला रहा. देर से हुई बारिश ने धनरोपनी में थोड़ी कठिनाई उत्पन्न कर दी थी. किसानों ने अंतिम समय में हिम्मत बांधकर धनरोपनी का लक्ष्य पार कर लिया है. लेकिन, मानसून में तीखे और तल्ख धूप से फसल पर प्रतिकूल प्रभाव का डर है. यानी मौसम में उतार-चढ़ाव और खासकर जलवायु परिवर्तन वृहत रुप से देखी जा रही है. बहरहाल, पानी की कमी जलाशयों में बनी रही तो आगामी रबी फसल को भी नुकसान में डाल सकता है.

जलाशयों में पानी की स्थिति

जलाशय का नाम पानी क्षमता उपलब्ध पानी

चांदन 500.00फीट 484.40 फीट ओढ़नी 405.50 फीट 391.80 फीट बदुआ 422.00 फीट 394.00 फीट बेलहरना 470.75 फीट 438.70 फीट बिलासी 307.00 फीट 288.00फीट

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डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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