औरंगाबाद शहर.
समाहरणालय सभाकक्ष में जिलाधिकारी श्रीकांत शास्त्री की अध्यक्षता में सुशासन सप्ताह अंतर्गत जिला स्तरीय कार्यशाला का आयोजन किया गया. सबसे पहले उप विकास आयुक्त अभ्येंद्र मोहन सिंह ने जिलाधिकारी को पौधा देकर स्वागत किया. कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए उप विकास आयुक्त ने बताया कि जिले के नक्सली प्रभावित क्षेत्रों में सरकार की महत्वपूर्ण कल्याणकारी योजनाओं का प्रचार-प्रसार एवं शिविर के माध्यम से ग्रामीणों की समस्या का समाधान कर नक्सली गतिविधि को प्रभावित किया जा रहा है. जिलाधिकारी ने कहा कि इसके तहत हमलोग कई कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं. 19 से 24 दिसंबर तक सरकार द्वारा सुशासन सप्ताह मनाये जाने का निर्णय लिया गया है. इसके अंतर्गत प्रशासन गांव की ओर अभियान जिले में कार्यक्रम आयोजित किया गया है. इस अभियान का मुख्य उद्देश्य है कि सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंच सके. उन्होंने बताया कि सरकार की योजनाएं अगर जन-जन तक पहुंच रही है, तो हम समझते हैं कि सुशासन लागू हो गया. सरकार जो भी योजनाएं बनती है बहुत सोच-समझकर बनाती है. सारी योजनाएं जनता के हित में रहती है, ताकि आम लोगों को किसी प्रकार की कोई समस्या ना हो. हमारा उद्देश्य रहता है कि सरकार की सारी योजनाएं जन-जन तक पहुंच सकें. उन्होंने बताया कि सरकार की सभी योजनाएं अगर आमलोगों तक आसानी से उपलब्ध हो रही है तो सुशासन कायम है और अगर नहीं उपलब्ध हो रही है तो हमारे प्रशासन में कमी है. उन कमियों को हमें ठीक करने की आवश्यकता है. अगर हम लोग वाकई में अच्छे से काम करें तो सुशासन बिल्कुल लागू हो सकता है. हम लोगों को अपने कर्तव्य का निर्वहन बिल्कुल ईमानदारी से निभानी है. सरकार की सारी योजनाओं को जन-जन तक पहुंचाना हमारा कर्तव्य है. जिलाधिकारी द्वारा अन्य विभागों की उपलब्धियां के बारे में विस्तार पूर्वक बताया गया. बैठक में अपर समाहर्ता सह जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी जयप्रकाश नारायण, अपर समाहर्ता ललित भूषण रंजन, उप विकास आयुक्त अभ्येंद्र मोहन सिंह, वरीय उप समाहर्ता रत्ना प्रियदर्शीनी, श्वेता प्रियदर्शी, जिला योजना पदाधिकारी अविनाश कुमार, जिला कल्याण पदाधिकारी सहित अन्य उपस्थित थे.- Advertisement -
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