अररिया की प्रज्ञा ने 2100 स्क्वायर फीट पर उकेरी शिव की आकृति, 680 कार्डबोर्ड पर 6500 मिली रंग का किया इस्तेमाल
अररिया जिले के कुर्साकांटा की रहने वाली प्रज्ञा ने 2100 स्क्वायर फीट में भगवान शिव की पेंटिंग बनाई है. इसके लिए उसने 680 पीस कार्ड बोर्ड पर 6500 एमएल रंगों का इस्तेमाल किया है. ये पेंटिंग 12 हजार रुपये की लागत और सात माह के कठिन परिश्रम से बनी. प्रज्ञा का सपना है की गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में उसका नाम दर्ज हो.
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Shiva Painting: अररिया के एक छोटे से कस्बे की रहने वाली 21 वर्षीय प्रज्ञा कुमारी उर्फ दीपा ने सात महीने की कड़ी मेहनत के बाद 2100 वर्ग फीट के कार्डबोर्ड पर भगवान शिव की तस्वीर बनाई है. यह तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है. प्रज्ञा के मुताबिक, कार्डबोर्ड पर अब तक किसी ने इतनी बड़ी तस्वीर नहीं बनाई है.
12000 रुपए आई लागत
कुर्साकांटा हाई स्कूल में जब प्रज्ञा ने अपनी पेंटिंग प्रदर्शित की तो देखने वाले मंत्रमुग्ध हो गए. सात महीने की मेहनत और 12 हजार रुपये की लागत से कुर्साकांटा निवासी विदुर ठाकुर की बेटी प्रज्ञा ने कार्डबोर्ड के टुकड़ों पर भगवान शिव की तस्वीर बनाई. उन्हें एक जगह इकट्ठा कर शिव का आकार दिया. इससे पहले कोरोना काल में 1800 वर्ग फीट की तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई थी. इसे देखकर प्रज्ञा के मन में कुछ अलग करने का विचार आया.
भाई ने पहचाना हुनर, दी प्रेरणा
जेडीएसएस महिला कॉलेज फारबिसगंज से अंग्रेजी में स्नातक करने वाली और पेंटिंग में रुचि रखने वाली प्रज्ञा कुमारी के भाई भारतेंदु फिलहाल सॉफ्टवेयर इंजीनियरिंग की पढ़ाई कर रहे हैं. पिता विदुर ठाकुर और मां किरण देवी के उच्च शिक्षा के दबाव के कारण उनका सपना अधूरा रह गया. ऐसे में उन्होंने अपनी छोटी बहन प्रज्ञा की प्रतिभा को पहचाना और उसे प्रेरित किया, परिवार ने भी उनका साथ दिया. अपने सपने को पूरा करने के लिए प्रज्ञा ने ट्यूशन पढ़ाना और एक निजी स्कूल में शिक्षिका के तौर पर काम करना शुरू कर दिया.
बीपीएससी की तैयारी कर रही प्रज्ञा
प्रज्ञा बीपीएससी की तैयारी कर रही है. लेकिन उन्हें गिनीज बुक में नाम दर्ज कराने की बड़ी इच्छा है. इसके लिए वह सामाजिक विषयों पर आधारित पेंटिग बनाने की भी योजना है. प्रज्ञा के पिता विदुर ठाकुर व मां किरण देवी ने बताया कि प्रज्ञा को बचपन से ही पेंटिंग में रुचि है. वहीं भगवान शिव की ध्यान मुद्रा की तस्वीर बनाने की प्रेरणा भाई भारतेंदु से मिली. भारतेंदु ने ध्यान मुद्रा को लेकर कुछ रोचक तथ्य के साथ पेंटिंग के गूढ़ को भी सरल भाषा में समझाया. इससे प्रेरित होकर 21 सौ स्क्वायर फीट कागज पर शिव की ध्यान मुद्रा की भंगिमा उकेरी गयी.
680 कार्ड बोर्ड का किया गया इस्तेमाल
पेंटिंग बनाने में सहयोग का एक जिम्मा उनके सुपौल जिले के सुखपुर निवासी बड़ी बहन कृष्णा कुमारी के पति कौशल ठाकुर ने भी उठाया. इसके बाद लगभग सात माह के मेहनत आयी. 680 पीस कार्ड बोर्ड खरीदा. 13 डिब्बा रंग, जिसमें ह्वाउट व ब्राउल कलर के लगभग 6500 एमएल रंग का इस्तेमाल किया गया. इसके बाद 2100 स्क्वायर फीट की भगवान शंकर की तस्वीर बनायी गयी.
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प्रज्ञा ने इन लोगों को सराहा
पेंटिंग को लेकर प्रज्ञा ने विभु कुमार व आर्यन साह के सहयोग की सराहना की. प्लस टू हाई स्कूल कुर्साकांटा में आयोजित प्रदर्शनी में लगी भगवान शिव की ध्यान मुद्रा के चित्र को मौजूद लोगों ने सराहा. मौके पर प्रणव गुप्ता, जितेंद्र गोस्वामी, मृत्युंजय आनंद, इंद्रानंद सिंह, योग शिक्षक श्रवण भारती, निशांत राज उर्फ गुड्डू व अन्य पेंटिंग के शौकीन मौजूद रहे.