21.1 C
Ranchi
Friday, February 7, 2025 | 01:39 pm
21.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

नये फील्ड अस्पताल में संचालित होगा एनआरसी

Advertisement

बच्चों को मिलेगी बेहतर स्वास्थ्य सुविधा

Audio Book

ऑडियो सुनें

डीएम के आदेश पर एनआरसी के स्थानांतरण की कवायद शुरूफोटो-7-फिल्ड अस्पताल का निरीक्षण करते स्वास्थ्य अधिकारी.

प्रतिनिधि, अररिया कुपोषित बच्चों को बेहतर इलाज उपलब्ध कराने के उद्देश्य से एनआरसी यानी न्यूट्रिशन रिहैबिलिटेशन सेंटर को सदर अस्पताल परिसर में हाल ही में बन कर तैयार नए फील्ड अस्पताल में स्थानांतरित करने की कवायद की जा रही है. जिलाधिकारी अनिल कुमार के आदेश पर एनआरसी को नये फील्ड अस्पताल में स्थानांतरित करने की योजना पर तेजी से अमल किया जा रहा है. सदर अस्पताल के वरीय चिकित्सक डॉ राजेंद्र कुमार, प्रभारी अस्पताल अधीक्षक डॉ आकाश रॉय, अस्पताल प्रबंधक विकास कुमार, एनआरसी प्रभारी अप्पी, यूनिसेफ के सलाहकार राकेश शर्मा सहित अन्य स्वास्थ्य अधिकारियों की देखरेख में स्थानांतरण को लेकर जरूरी कवायद की जा रही है.

बच्चों को मिलेगा बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ

जिलाधिकारी अनिल कुमार ने कहा कि कुपोषित बच्चों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उपलब्ध कराने के उद्देश्य से ये कदम उठाया गया. एनआरसी के स्थानांतरण से बच्चों का प्रभावी इलाज संभव हो सकेगा. उन्हें आवश्यक पोषण सहायता समय पर उपलब्ध सकेगा. इससे अस्पताल के विभिन्न विभागों के बीच आपसी समन्वय बेहतर होगा. जो स्वास्थ्य सेवाओं को अधिक प्रभावी बनाने में मददगार साबित होगा. इससे कुपोषित बच्चों को आधुनिक स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ मिलेगा. फील्ड अस्पताल में अतिरिक्त बेड, उच्च गुणवत्ता वाले उपकरण जैसी सुविधा लाभुकों को उपलब्ध हो सकेगा. इससे जिले में कुपोषण को खत्म करने के प्रयासों को बल मिलेगा.

गुणवत्तापूर्ण इलाज व पोषण सुविधाएं होंगी उपलब्ध

सिविल सर्जन डॉ केके कश्यप ने कहा कि जिले में कुपोषण से जूझ रहे बच्चों के लिए यह एक सकारात्मक कदम है. नए फील्ड अस्पताल में आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध हैं. जिससे बच्चों को गुणवत्तापूर्ण इलाज व पोषण सेवाएं उपलब्ध हो सकेगा. एनआरसी के स्थानांतरण से हमें अधिक बेड व संसाधन मिलेंगे. जिससे इलाज की क्षमता में वृद्धि होगी. स्थानांतरण को लेकर सभी जरूरी तैयारियां की जा रही है. ताकि सेवाएं बाधित न हों व लाभार्थियों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना न करना पड़े.

—————–

सदर अस्पताल में चिकनगुनिया जांच सुविधा लोगों के लिए फायदेमंदराज्य के पहले जिला अस्पताल में उपलब्ध है जांच की सुविधा

फोटो:51-जांच कार्य का निरीक्षण करते सीएस व डीवीबीडीसीओ.

प्रतिनिधि, अररिया

सदर अस्पताल में चिकनगुनिया जांच की सुविधा लोगों के लिए फायदेमंद साबित हो रही है. जिले में हाल के दिनों में कड़ी धूप व उमस के बाद बीते दो दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मच्छर जनित रोगों का खतरा काफी बढ़ गया है. सर्दी, खांसी बुखार, बदन-हाथ व जोड़ों में दर्द की शिकायत वाले मरीजों की संख्या में भी लगातार इजाफा हो रहा है. ऐसे में डेंगू के लिए एलीजा टेस्ट व चिकनगुनिया के जांच की सुविधा सदर अस्पताल में उपलब्ध होने से संदेहास्पद मरीजों को जांच के लिए कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं पड़ रही है. गौरतलब है कि सदर अस्पताल अररिया राज्य का पहला अस्पताल है. जहां चिकनगुनिया जांच की सुविधा शुरू की गयी है. यह उपलब्धि जिले के स्वास्थ्य व्यवस्था के क्षेत्र में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है. क्योंकि इससे पहले राज्य के किसी अन्य जिला अस्पताल में चिकनगुनिया जांच की सुविधा उपलब्ध नहीं थी. पहले चिकनगुनिया संबंधी जांच के लिये जिलावासियों को नजदीकी मेडकिल कॉलेज जाने के लिये मजबूर होना पड़ता था.

आरएमआरआइ ने की थी बीमार बच्चों में चिकनगुनिया की पुष्टि

चिकनगुनिया वायरस मच्छर के काटने से इंसानों को संक्रमित करता है. इससे तेज बुखार, जोड़ों व मांसपेशियों में दर्द की शिकायत होती है. कुछ एक मामलों में ये जानलेवा भी साबित हो सकता है. हाल ही में रानीगंज के मझुआ पूरब पंचायत में हुए पांच बच्चों की मौत मामले में भी बीमार कुछ बच्चों की जांच में चिकनगुनिया की पुष्टि आरएमआरआइ पटना ने की है. इसे बच्चों की मौत का प्रमुख कारण मान कर देखा जा रहा है. इस बीमारी की कोई दवा, वैक्सीन या इलाज उपलब्ध नहीं है. लक्षणों के आधार पर ही मरीजों का उपचार किया जाता है.

स्वास्थ्य विभाग की बड़ी उपलब्धि

जिला वेक्टर जनित रोग नियंत्रण पदाधिकारी डॉ अजय कुमार सिंह ने बताया कि हाल ही में जिले के रानीगंज प्रखंड अंतर्गत मझुआ पूरब पंचायत में चिकनगुनिया का मामला सामने आने के बाद स्वास्थ्य विभाग बिहार सरकार से जिले में चिकनगुनिया संबंधी जांच के इंतजाम की मांग की गयी थी. मामले को गंभीरता से लेते हुये स्वास्थ्य विभाग द्वारा सदर अस्पताल में चिकनगुनिया संबंधी जांच की सुविधा उपलब्ध कराया गया है, जो नि:संदेह जिला स्वास्थ्य विभाग की एक बड़ी उपलब्धि है. जिला अस्पताल अररिया बिहार का एक मात्र अस्पताल बन गया है. जहां वायरस संक्रमण की वजह से होने वाले चिकनगुनिया रोग की जांच का इंतजाम उपलब्ध होगा.

- Advertisement -

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें