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Bhagalpur News : पीजी नहीं कर पाये एमबीबीएस डॉक्टरों को सर्टिफिकेट कोर्स करायेगा आइएमए

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सर्टिफिकेट कोर्स का संचालन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) हैदराबाद हेडक्वार्टर से किया जायेगा.

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Bhagalpur News : वैसे एमबीबीएस डॉक्टर जो मास्टर डिग्री यानी एमडी या एमएस कोर्स नहीं कर पाये हैं, उन्हें सर्टिफिकेट कोर्स कराया जायेगा. इस पहल से एमबीबीएस डिग्री धारक डॉक्टरों की दक्षता बढ़ेगी, साथ ही उन्हें विभिन्न क्षेत्र में स्पेशलाइजेशन भी मिलेगा. यह सुविधा इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (आइएमए) की ओर से मिलेगी. इस कोर्स की अवधि छह माह से दो साल तक की होगी. आइएमए भागलपुर के अध्यक्ष डॉ सोमेन चटर्जी ने बताया कि आइएमए के अकेडमी ऑफ मेडिकल स्पेशलिटीज (एएमएस) ब्रांच के तहत कोर्स का संचालन किया जा रहा है. छह माह से दो साल तक के कोर्स में नामांकन के लिए आइएमए की वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा. सभी कोर्स की मॉनिटरिंग आइएमए हैदराबाद में हेडक्वार्टर से किया जायेगा. वहां से रजिस्ट्रेशन के बाद कोर्स में दाखिला लेने वाले उम्मीदवारों को ऑनलाइन कोर्स मैटेरियल दिया जायेगा. इसके बाद परीक्षा होगी. डॉक्टरों को विभिन्न सेक्टर में ट्रेंड करने की कवायद जारी है. एमबीबीएस करने वाले कई डॉक्टर पीजी नहीं कर पाते हैं, वैसे चिकित्सकों के स्पेशलाइजेशन के लिए यह कोर्स जरूरी है. 

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भागलपुर आइएमए के पूर्व अध्यक्ष डॉ मणिभूषण ने बताया कि जो व्यक्ति एमबीबीएस का डिग्री ले चुका है, वही आइएमए का सदस्य बन सकता है. वहीं आइएमए एएमएस के सदस्य वही होंगे जो मास्टर डिग्री ले चुके हैं. उन्होंने बताया कि हर साल एमबीबीएस कोर्स में नामांकन के लिए 10 लाख छात्र आवेदन करते हैं. इनमें से ढाई लाख का सेलेक्शन होता है, वहीं सरकारी मेडिकल कॉलेज की 50 हजार सीट पर ही एमबीबीएस कोर्स में एडमिशन होता है. एमबीबीएस कोर्स करने के बाद मास्टर कोर्स एमडी व एमएस में कम सीट रहती है. जो मास्टर कोर्स नहीं कर पायेंगे, वैसे चिकित्सकों के लिए आइएमए एएमएस का कई कोर्स भारत सरकार व नेशनल मेडिकल काउंसिल से मान्यता प्राप्त है. 

कौन-कौन से कोर्स करेंगे

इनमें रेडियोलॉजी, पारामेडिकल, डायविटीज कंट्रोल, अल्ट्रासाउंड, डायलिसिस, कार्डियक टेक्नोलॉजी, ब्लड बैंक टेक्नोलॉजी, सीटी एंड एमआरआइ, एक्सरे एंड इमेजिंग, मेडिकल रिकॉर्ड, ऑपरेशन थियेटर टेक्निशियन, आइ, इको, इसीजी, एनेस्थेशिया समेत दर्जनों कोर्स हैं. 

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