Igor Stimac: अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (AIFF) भारतीय सीनियर पुरुष फुटबॉल टीम के मुख्य कोच इगोर स्टिमैक के फ्यूचर को लेकर एक मुश्किल निर्णय का सामना कर रहा है. स्टिमैक की लगातार निराशाजनक प्रदर्शनों, खासकर कतर से हाल ही में 1-2 से मिली हार के बाद कड़ी आलोचना की गयी है, इस हार के बाद भारत 2026 विश्व कप क्वालीफायर से बाहर हो चूका है. जून 2026 तक स्टिमैक का कॉन्ट्रैक्ट चलने के बावजूद, उन्हें हटाने की मांग बढ़ रही है, फैंस और कुछ अधिकारियों ने AIFF से कार्रवाई करने का आग्रह किया है.
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हालांकि, AIFF स्टिमैक को हटाने में हिचकिचा रहा है क्योंकि इसमें काफी फाइनेंसियल इम्प्लिकेशन्स शामिल हैं. रिपोर्ट के अनुसार, अगर स्टिमैक को बिना किसी वैध कारण के बर्खास्त किया जाता है, तो AIFF को लगभग 360,000 डॉलर (लगभग ₹3 करोड़) का स्वेरेन्स पैकेज देना पड़ सकता है. यह बड़ा अमाउंट महासंघ के लिए एक बड़ी बाधा है, जिसने इस साल अपने प्रतियोगिताओं के बजट में पहले ही कटौती कर रखी है.
AIFF को देना पड़ सकता है 3 करोड़ का मुआवजा
स्टिमैक के खुद के बयानों से उन्हें कोई मदद नहीं मिली है. कतर मैच के बाद, उन्होंने परिणाम पर निराशा व्यक्त करते हुए कहा कि भारत को ‘खेल को निश्चित रूप से खत्म करने के लिए पहले हाफ में तीन गोल करने चाहिए थे.’ इस इमोशन की आलोचना की गई है, कुछ लोगों का तर्क है कि इंडियन टीम के कोच का यह कमेंट बताता है की वो टीम की ज़िम्मेदारी नहीं लेना चाहते.
AIFF के स्टीमक के कॉन्ट्रैक्ट के अनुसार, स्टिमैक को प्रति माह $30,000 (लगभग ₹25 लाख) का वेतन मिलता है, और उनके कॉन्ट्रैक्ट में तीन महीने की नोटिस अवधि शामिल है. इसका मतलब यह है कि अगर AIFF उनका कॉन्ट्रैक्ट समाप्त करता है, तो उन्हें शेष नोटिस अवधि के लिए कंपनसेशन के रूप में उन्हें एक बड़ी राशि का भुगतान करना होगा.
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इन मुश्किलों को ध्यान में रखते हुए, ऐसा लगता है कि भारत के फुटबॉल कोच के रूप में स्टिमैक का भविष्य अनिश्चित है. जबकि AIFF पर कार्रवाई करने का दबाव है. फिलहाल, स्टिमैक प्रभारी बने हुए हैं, लेकिन समाधान होने तक स्थिति तनावपूर्ण रहने की संभावना है.