14.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Alhamdulillah: इस्लाम धर्म में खूब होता है अल्हम्दुलिल्लाह का इस्तेमाल, जानें क्या है इसका मतलब

Advertisement

Alhamdulillah: आपने निश्चित रूप से कई मुसलमानों को "अल्हम्दुलिल्लाह" शब्द बोलते हुए सुना होगा. यह वास्तव में एक अरबी वाक्यांश है, और इस पवित्र शब्द का उपयोग मुख्यतः अरबी बोलने वाले लोग करते हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Alhamdulillah: अल्हम्दुलिलहा शब्द का उपयोग प्रायः मुस्लिम समुदाय द्वारा अल्लाह के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए किया जाता है. आइए समझते हैं कि इस शब्द का प्रयोग संवाद के दौरान कब और कहां किया जाता है.

- Advertisement -

अल्हम्दुलिल्लाह शब्द का अर्थ

अल्हम्दुलिल्लाह एक ऐसा शब्द है जो अरबी भाषा के तीन शब्दों अल, हमद और लिल्लाह को मिलाकर बना है. यहां अल शब्द का कोई विशेष अर्थ नहीं है, लेकिन इसे अंग्रेजी में ‘THE’ के समान समझा जा सकता है, जो किसी शब्द के साथ जुड़कर उसे विशेष महत्व प्रदान करता है.

हमद का अर्थ है प्रशंसा करना, जो किसी चीज की सराहना या सम्मान देने के लिए अरब में उपयोग किया जाता है. लिल्लाह का अर्थ है ‘अल्लाह के लिए’, जिसका उपयोग मुस्लिम समुदाय में ईश्वर को संदर्भित करने के लिए किया जाता है. जैसे हिंदू अपने भगवान को ईश्वर या गॉड कहते हैं, वैसे ही मुस्लिम अपने ईश्वर को अल्लाह के नाम से पुकारते हैं. जब हम इन तीनों शब्दों को मिलाते हैं, तो इसका अर्थ होता है ‘अल्लाह के लिए प्रशंसा’ या किसी चीज की सराहना करना.

ऐतिहासिक स्रोतों में अल्हम्दुलिल्लाह का उल्लेख

जाबिर इब्न अब्द-अल्लाह ने अपनी हदीस में उल्लेख किया है कि ईश्वर को स्मरण करने का सर्वोत्तम तरीका “ला इलाह इलला विल्लाह” है और सबसे उत्तम प्रार्थना “अल्हम्दुलिल्लाह” है.

अबू हुरैरा ने भी बताया कि मुहम्मद के अनुसार, अल्हम्दुलिल्लाह के बिना की गई कोई भी प्रार्थना अपूर्ण मानी जाती है. वहीं, अनस बिन मलिक ने कहा कि मुहम्मद के अनुसार, ईश्वर उस व्यक्ति से प्रसन्न होते हैं जो “अल्हम्दुलिल्लाह” का उच्चारण करके आभार व्यक्त करता है, चाहे वह खाने के समय हो या शराब पीने के दौरान.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें