26.1 C
Ranchi
Sunday, February 23, 2025 | 02:46 pm
26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

Sakat Chauth Vrat 2021: कब है सकट चौथ, जानिए तारीख, शुभ मुहूर्त, पूजा विधि, व्रत नियम और इसका महत्व

Advertisement

Sakat Chauth Vrat 2021: माघ महीने में पड़ने वाली चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व होता है. इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु की कामना के लिए भगवान गणेश की उपासना करती है. मान्यता है कि संकट चौथ के दिन भगवान गणेश जी की पूजा करने से ग्रहों की अशुभता दूर होती है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Sakat Chauth Vrat 2021: माघ महीने में पड़ने वाली चतुर्थी तिथि का विशेष महत्व होता है. इस दिन भगवान गणेश जी की पूजा की जाती है. इस दिन माताएं अपनी संतान की लंबी आयु की कामना के लिए भगवान गणेश की उपासना करती है. मान्यता है कि संकट चौथ के दिन भगवान गणेश जी की पूजा करने से ग्रहों की अशुभता दूर होती है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, भगवान गणेश की पूजा बुध, राहु और केतु ग्रह से संबंधित होती है. इस साल सकट चौथ 31 जनवरी 2021 को पड़ रही है. आइए जानते है संकट चौथ से जुड़ी पूरी जानकारियां…

सकट चौथ व्रत का शुभ मुहूर्त

सकट चौथ व्रत तिथि 31 जनवरी 2021 दिन रविवार

सकट चौथ के दिन चन्द्रोदय समय शाम 08 बजकर 40 मिनट

चतुर्थी तिथि प्रारम्भ 31 जनवरी 2021 शाम 08 बजकर 24 मिनट पर

चतुर्थी तिथि समाप्त 01 फरवरी 2021 की शाम 06 बजकर 24 मिनट

पूजा विधि

सकट चौथ के दिन भगवान गणेश की मूर्ति बनाकर स्थापित करनी चाहिए. इस दिन भगवान गणेश को पीले वस्त्र पहनाएं. इसके बाद विधि-विधान से भगवान गणेश की पूजा और आरती करें. शाम के समय चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत का पारण करना चाहिए. प्रसाद में श्रीगणेश को तिल और गुड़ का भोग लगाना उत्तम माना गया है.

गणेश जी को तिलकूट का प्रसाद चढ़ाया जाता है. उत्तर भारत के कई राज्यों जैसे मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, दिल्ली आदि में यह त्योहार खासतौर पर मनाया जाता है. संतान की सलामती के लिए इस दिन माताएं निर्जला व्रत रखती हैं. शाम को गणेश जी की कहानी सुनकर चंद्रमा को अर्घ्य देकर व्रत को खोलती हैं.

Posted by: Radheshyam Kushwaha

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें