26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

इस दिन है साल की पहली एकादशी, बन रहा है शुभ योग

Advertisement

Paush Putrada Ekadashi 2025: पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को पुत्रदा एकादशी का व्रत आयोजित किया जाता है. इस व्रत को करने से संतान की प्राप्ति होती है. इसके साथ ही, संतान की लंबी आयु और उसके अच्छे स्वास्थ्य के लिए भी पुत्रदा एकादशी का व्रत किया जाता है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Paush Putrada Ekadashi 2025: नए वर्ष 2025 की पहली एकादशी पौष पुत्रदा एकादशी है, जो पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाई जाती है. यह व्रत उन दंपतियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है, जो संतान की प्राप्ति की कामना रखते हैं.

- Advertisement -

पौष पुत्रदा एकादशी 2025 कब है?

हिंदू पंचांग के अनुसार, जनवरी में पुत्रदा एकादशी का व्रत पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर आयोजित किया जाता है. पौष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि का आरंभ 9 जनवरी को सुबह 10 बजकर 52 मिनट पर होगा, जबकि इसका समापन 10 जनवरी को सुबह 8 बजकर 49 मिनट पर होगा. इस प्रकार, पौष पुत्रदा एकादशी का व्रत 10 जनवरी 2025 को किया जाएगा.

Pausha Putrada Ekadashi 2025: इसलिए रखा जाता है पौष पुत्रदा एकादशी व्रत, जानें तिथि और पूजा समय

पौष पुत्रदा एकादशी 2025 पर बन रहा है शुभ योग

ज्योतिषियों के अनुसार, पौष पुत्रदा एकादशी के अवसर पर एक शुभ योग का निर्माण हो रहा है. यह योग दोपहर 02 बजकर 37 मिनट पर समाप्त होगा. इस अवधि में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से साधक को अक्षय फल की प्राप्ति होगी और सभी विफल कार्य सफल हो जाएंगे.

नक्षत्र एवं करण

पौष मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि पर रोहिणी नक्षत्र का संयोग बन रहा है. यह योग दोपहर 01 बजकर 45 मिनट से प्रारंभ होगा. साथ ही, बव और बालव करण का भी संयोग है. ज्योतिष में बव और बालव करण तथा रोहिणी नक्षत्र को शुभ माना जाता है. इन योगों में लक्ष्मी नारायण जी की पूजा करने से साधक पर लक्ष्मी नारायण जी की विशेष कृपा प्राप्त होगी.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें