13.6 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 03:00 am
13.6 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

झारखंड के 14 साहित्यकारों को सम्मानित करेगा बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन

Advertisement

रांची/पटना : बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन की ओर से झारखंड के 14 साहित्यकारों को साहित्य सम्मेलन शताब्दी सम्मान से पुरस्कृत किया जायेगा. ये साहित्यकार को आगामी 26 मार्च को बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किये जायेंगे. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

रांची/पटना : बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन की ओर से झारखंड के 14 साहित्यकारों को साहित्य सम्मेलन शताब्दी सम्मान से पुरस्कृत किया जायेगा. ये साहित्यकार को आगामी 26 मार्च को बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के मुख्यालय में आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किये जायेंगे. इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा उपस्थित रहेंगी.

- Advertisement -

बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ अनिल सुलभ ने शनिवार को बताया कि संस्था की ओर से झारखंड के जिन 14 साहित्यकारों को साहित्य सम्मेलन शताब्दी सम्मान से पुरस्कृत किया जा रहा है, उनमें आकाशवाणी रांची की प्रमुख उद्घोषिका शकुंतला मिश्र (गुमला), प्रमुख साहित्यकार डॉ महुआ मांजी (रांची), डॉ ऋता शुक्ला (रांची), यशोधरा राठौर (रांची), शब्दा शर्मा प्रीति (रांची), डॉ सुष्मिता पांडेय (रांची), उषा श्रीवास्तव (रांची), नंदा पांडेय (रांची), डॉ तारामणि पांडेय (रांची), डॉ शांति सुमन (जमशेदपुर), डॉ त्रिपुरा झा (जमशेदपुर), डॉ गीता गंगोत्री (बोकारो), डॉ कविता विकास (धनबाद) और निर्मला पुतुल (दुमका) शामिल हैं.

बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ सुलभ ने बताया कि दरअसल, भारत के प्रथम राष्ट्रपति देशरत्न डॉ राजेंद्र प्रसाद की प्रेरणा और सहयोग से वर्ष 1919 में स्थापित बिहार हिंदी साहित्य सम्मेलन अपने शताब्दी वर्ष प्रवेश कर चुका है. यह वर्ष सम्मेलन की महान परंपरा व हिंदी भाषा और साहित्य के विकास में इसके ऐतिहासिक अवदान की याद और नये इतिहास के सृजन का गौरवशाली वर्ष है, जिनमें अनेक उत्सवों, संगोष्ठियों, प्रकाशनों और सम्मान समारोहों के आयोजन आदि का कार्यक्रम बनाया गया है.

उन्होंने बताया कि संस्था के शताब्दी वर्ष के पूर्व निर्धारित करीब 77 कार्यक्रमों में इसका 40वां महाधिवेशन बीते दो मार्च को आयोजित किया गया था. संस्था की ओर से अब 100 विदुषियों, 100 विद्वानों, 100 युवा साहित्यकारों और 100 वृद्धजनों के सम्मान एवं बिहार के सभी साहित्यकारों को अनेक खंडों में प्रकाशित होने वाले परिचय ग्रंथ के प्रकाशन का काम बाकी है.

उन्होंने बताया कि संस्था की ओर से आगामी 26 मार्च को आयोजित कार्यक्रम में साहित्यकारों को मुख्य अतिथि के तौर पर उपस्थित गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा के करकमलों द्वारा सम्मान प्रदान किया जायेगा. इस कार्यक्रम का आयोजन पटना के कदमकुआं स्थित संस्था के मुख्यालय में किया जायेगा.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें