13.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 05:35 am
13.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

सफदर हाशमी की पुण्यतिथि आज: पढ़ना-लिखना सीखो ओ मेहनत करने वालो…

Advertisement

पढ़ना-लिखना सीखो ओ मेहनत करने वालो पढ़ना-लिखना सीखो ओ भूख से मरने वालो क ख ग घ को पहचानो अलिफ़ को पढ़ना सीखो अ आ इ ई को हथियार बनाकर लड़ना सीखो इन जादुई पंक्तियों से आप जरूर रूबरू होंगे, लेकिन अगर यह भूल गये हैं कि इनके रचनाकार कौन हैं, तो हम आपको याद […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

पढ़ना-लिखना सीखो ओ मेहनत करने वालो

- Advertisement -
पढ़ना-लिखना सीखो ओ भूख से मरने वालो

क ख ग घ को पहचानो

अलिफ़ को पढ़ना सीखो

अ आ इ ई को हथियार

बनाकर लड़ना सीखो

इन जादुई पंक्तियों से आप जरूर रूबरू होंगे, लेकिन अगर यह भूल गये हैं कि इनके रचनाकार कौन हैं, तो हम आपको याद दिलाते हैं. जीहां, इन पंक्तियों के रचनाकार हैं मशहूर नाटककार और गीतकार सफदर हाशमी. इस गीत का प्रयोग साक्षरता मिशन के एक विज्ञापन में किया गया था, जो लोगों की जुबां पर चढ़ गया था.

हाशमी साहब के बारे में यह कहा जाता है कि वे बहुमुखी प्रतिभा के धनी थे. वे प्रसिद्ध नाटककार, कलाकार, निर्देशक, गीतकार और कलाविद थे. उन्हें सबसे ज्यादा ख्याति नुक्कड़ नाटक के जरिये मिली. आज उनकी पुण्यतिथि है. सफदर हाशमी की हत्या दो जनवरी 1989 को एक नुक्कड़ नाटक ‘हल्ला बोल’ के मंचन के दौरान कर दी गयी थी. उनकी हत्या गाजियाबाद नगरपालिका के चुनाव के दौरान हुई थी. वे कम्युनिस्ट विचारधारा के समर्थक थे और उनके विरोधियों ने इसी विचारधारा के कारण उनकी हत्या कर दी.

सफदर हाशमी जन नाट्य मंच (जनम) के संस्थापक सदस्य थे. यह संगठन 1973 में ‘ इप्टा’ से टूटकर बना था. ‘जनम’ का मजदूर संगठन सीटू से गहरा संबंध था. इन्होंने महिेलाओं, किसानों और युवाओं के लिए कई आंदोलन किये. नुक्कड़ नाटक को इन्होंने अपना हथियार बना लिया था. वे गढ़वाल और दिल्ली विश्वविद्यालय में अंग्रेजी के लेक्चरर भी रहे थे. उन्होंने पीटीआई और इकोनॉमिक्स टाइम्स में बतौर पत्रकार काम किया था. आज उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें श्रद्धांजलि.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें