15.2 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 01:17 am
15.2 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

मैथिली के मूर्धन्य आलोचक मोहन भारद्वाज नहीं रहे

Advertisement

मैथिली के नामवर सिंह के रूप में जाने जाते थे मोहन भारद्वाज मैथिली के मूर्धन्य आलोचक व मैथिली साहित्य के नामवर सिंह माने जाने वाले मोहन भारद्वाज का मंगलवार को तड़के निधन हो गया. वह नौ जुलाई से राजधानी रांची के राज अस्पताल में भरती थे. साहित्य अकादमी परामर्शदात्री समिति के सदस्य रहे मोहन भारद्वाज […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

मैथिली के नामवर सिंह के रूप में जाने जाते थे मोहन भारद्वाज

मैथिली के मूर्धन्य आलोचक व मैथिली साहित्य के नामवर सिंह माने जाने वाले मोहन भारद्वाज का मंगलवार को तड़के निधन हो गया. वह नौ जुलाई से राजधानी रांची के राज अस्पताल में भरती थे. साहित्य अकादमी परामर्शदात्री समिति के सदस्य रहे मोहन भारद्वाज को प्रबोध साहित्य सम्मान, विदेह सम्मान से सम्मानित किया गया था.

- Advertisement -

उनका मूल नाम आनंद मोहन झा था. वह तीन पुस्तकों के अनुवादक व सहयोगी अनुवादक रहे. उन्‍होंने पांच पत्रिकाओं का संपादन किया. उन्‍होंने मैथिली को आलोचना की नयी भाषा और अर्थ दिया. पठनीयता के साथ दृष्टि, विवेचन-शैली, सहज और सरल आयाम दिया. वह विगत 40 वर्षों से मैथिली भाषा और साहित्य की सेवा में लगे थे. इस क्रम में उन्होंने कई उल्लेखनीय कार्य किये.

मैथिली आलोचना, सन्निपात, जिज्ञासा आदि पत्रिकाओं का संपादन करते हुए साहित्य को उत्कृष्टता दी. वह महालेखाकार कार्यालय रांची से सेवानिवृत्त हुए थे. पिछले एक वर्षों से बीमार चल रहे थे. इनके बड़े पुत्र मधुकर भारद्वाज झारखंड विधानसभा में संयुक्त सचिव के पद पर कार्यरत है. बुधवार की सुबह धुर्वा सीटीओ मुक्तिधाम पर दिवंगत भारद्वाज का अंतिम संस्कार किया जायेगा.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें