12.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

विवेक रामास्वामी को डोनाल्ड ट्रंप ने दी ये अहम जिम्मेदारी, एच-1बी वीजा पर उनके एजेंडे से भारतीयों को होगा नुकसान

Vivek Ramaswamy : राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी की ओर से उम्मीदवारों की दौड़ में शामिल रहने वाले विवेक रामास्वामी को नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 'अमेरिका बचाओ अभियान' की कमान सौंप दी है. डोनाल्ड ट्रंप की इस घोषणा के बाद विवेक रामास्वामी ने एक्स पोस्ट किया है. उनका पोस्ट यह साफ बता रहा है कि डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी किस तरह से काम करेगा और रामास्वामी के इरादे क्या हैं.

Audio Book

ऑडियो सुनें

Vivek Ramaswamy : अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी प्रशासन में पहले भारतवंशी विवेक रामास्वामी को जगह दी है. वे टेस्ला के मालिक एलन मस्क के साथ मिलकर डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी का नेतृत्व करेंगे. डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी ब्यूरोक्रेसी की सफाई के लिए भारतवंशी विवेक रामास्वामी पर भरोसा किया है. ट्रंप ने विवेक रामास्वामी को देशभक्त अमेरिकन बताया है और एलन मस्क को ग्रेट मस्क.

विवेक रामास्वामी को मिली ब्यूरोक्रेसी पर लगाम कसने की जिम्मेदारी

डोनाल्ड ट्रंप ने डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी को अमेरिका बचाओ आंदोलन के लिए जरूरी बताया है. उनका यह दावा है कि यह विभाग नौकरशाही की मनमानी पर लगाम कसेगा और अनावश्यक खर्चों में कटौती भी करेगा. विवेक रामास्वामी और एलन मस्क बाहर से सरकार के कामकाज पर कड़ी नजर रखेंगे. सरकारी खर्चों पर लगाम कसने और बजट प्रबंधन में भी इनकी भूमिका रहेगी.

विवेक रामास्वामी ने डोनाल्ड ट्रंप की घोषणा के बाद अपना रुख स्पष्ट कर दिया है और कहा है कि वे किसी भी तरह की नरमी नहीं बरतेंगे. उन्होंने कहा है कि  DOGE (डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी) जल्द ही गवर्मेंट वेस्ट, धोखाधड़ी और दुरुपयोग के उदाहरणों को सामने लाना शुरू कर देगा. अमेरिकियों ने इसी तरह के कठोर सरकारी सुधार के लिए वोट किया है और वे इस बात को जानने और इसमें सुधार करने के भागीदार बनने के हकदार भी हैं.  हम नरमी से काम नहीं करेंगे. उन्होंने बताया है कि DOGE के कामकाज में पूरी पारदर्शिता रहेगी.

केरल से है विवेक रामास्वामी का नाता

Explainer Family
विवेक रामास्वामी को डोनाल्ड ट्रंप ने दी ये अहम जिम्मेदारी, एच-1बी वीजा पर उनके एजेंडे से भारतीयों को होगा नुकसान 2

विवेक रामास्वामी के माता-पिता का संबंध केरल से हैं. विवेक के पिता वी गणपति रामास्वामी हैं, जिन्होंने कालीकट के एनआईटी से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की थी और उसके बाद वे अमेरिका चले गए थे. उनकी मां का नाम गीता रामास्वामी है, जिन्होंने मैसूर मेडिकल काॅलेज से पढ़ाई की थी और अमेरिका में एक मनोचिकित्सक के तौर पर काम किया. बीबीसी की रिपोर्ट के अनुसार रामास्वामी के पिता गणपति रामास्वामी अभी भी भारतीय नागरिक हैं, जबकि उनकी मां ने अमेरिका की नागरिकता ले ली है. 

Also Read :रूसी सरकार का ऐलान– काम से ब्रेक लीजिए और डेट पर जाइए; 2050 के बाद भारत में भी बन सकती है ये स्थिति

विभिन्न विषयों पर एक्सप्लेनर पढ़ने के लिए क्लिक करें

रिटायरमेंट से पहले बुलडोजर एक्शन पर डीवाई चंद्रचूड़ ने सुनाया फैसला, ‘पत्नी, पति की संपत्ति नहीं’ के फैसले में भी थे शामिल

विवेक रामास्वामी का जन्म अमेरिका के ओहियो में हुआ है और यहीं से उनकी पढ़ाई-लिखाई भी हुई है. वे भारतीय रीति-रिवाजों से अब भी जुड़े हैं और अकसर अपने माता-पिता के साथ भारतीय पर्व-त्योहारों के अवसर पर मंदिर जाते हैं. 39 साल के विवेक रामास्वामी एक इंटरप्रेन्योर हैं, जिन्होंने हार्वर्ड और येल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की है और उसके बाद उन्होंने एक एसेट मैनेजमेंट फर्म बनाया था. उनकी बायोटेक कंपनी रोयवेंट साइंसेज अब सात अरब डॉलर की कंपनी हो चुकी है. विवेक की शादी भी एक भारतवंशी अपूर्वा से ही हुई है, जो ओहायो स्टेट यूनिवर्सिटी में सर्जन और प्रोफेसर हैं. उनके दो बेटे भी हैं.

विवेक रामास्वामी के एजेंडे से भारतीयों को हो सकता है नुकसान

विवेक रामास्वामी के एजेंडे में अमेरिका फर्स्ट है. यही वजह है कि उनके एजेंडे में कई ऐसी बातें हैं जिनसे भारतीयों को नुकसान हो सकता है और उनमें सबसे प्रमुख है- एच-1बी वीजा को खत्म करने का प्रोग्राम. विवेक रामास्वामी इस वीजा को खत्म करना चाहते हैं, जिसका उपयोग कर कई भारतीय अमेरिका में अच्छी नौकरी पाते हैं. इस वीजा का उपयोग अमेरिका में विदेशी कुशल कर्मचारियों को भर्ती करने के लिए कंपनियों द्वारा किया जाता है. 

विवेक के एजेंडे में यह भी शामिल है कि रूस-यूक्रेन युद्ध बंद हो, क्योंकि यह अमेरिका के हित में है. वे यह भी चाहते हैं कि बच्चों को सोशल मीडिया से दूर रखा जाए. उनका यह मानना है कि यह बच्चों को डिजिटल फेंटानिल देने के समान है. फेंटानिल एक दर्द निवारक दवा है, जिसका प्रयोग करने से तत्काल तो अच्छा महसूस होता है, लेकिन बाद में इंसान के मृत्यु की भी आशंका होती है. 

विवेक कई विभागों को बंद करने की कर चुके हैं सिफारिश

विवेक की राय यह है कि कई सरकारी विभागों और एजेंसियों की कोई जरूरत नहीं है, इसलिए उन्हें बंद कर देना चाहिए. विवेक की इसी सोच को देखते हुए उन्हें ट्रंप ने DOGE का नेतृत्व सौंपा है. वे यह भी चाहते हैं कि मतदान के अधिकार की आयुसीमा 25 साल कर दी जाए. 18 साल की उम्र में उन्हीं लोगों को वोट का अधिकार मिले जो अमेरिका के प्रति अपना समर्पण साबित कर चुके हों.

कौन है विवेक रामास्वामी?

अमेरिका के नए राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमेरिकी प्रशासन में पहले भारतवंशी विवेक रामास्वामी को जगह दी है. वे टेस्ला के मालिक एलन मस्क के साथ मिलकर डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी का नेतृत्व करेंगे.विवेक रामास्वामी एक इंटरप्रेन्योर हैं, जिन्होंने हार्वर्ड और येल यूनिवर्सिटी से पढ़ाई पूरी की है और उसके बाद उन्होंने एक एसेट मैनेजमेंट फर्म बनाया था. उनकी बायोटेक कंपनी रोयवेंट साइंसेज अब सात अरब डॉलर की कंपनी हो चुकी है.

भारत के किस राज्य से है विवेक रामास्वामी का संबंध?

विवेक रामास्वामी का संबंध भारत के केरल राज्य से है.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें