25.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

फिर राममय हो रही है संगीत एवं सिनेमा की दुनिया

Advertisement

फिल्मकारों को फिर से राम याद आने लगे हैं, जिससे गीत-संगीत की दुनिया के साथ-साथ टीवी-सिनेमा का रुपहला पर्दा फिर से राममय हो गया है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

‘मेरी चौखट पर चलकर आज चारों धाम आये हैं, बजाओ ढोल स्वागत में, मेरे घर राम आये हैं’, ‘मेरी झोपड़ी के भाग आज खुल जायेंगे, राम आयेंगे’ और ‘अयोध्या आये मेरे प्यारे राम, बोलो जय जय श्रीराम.’ मर्यादा पुरुषोतम श्रीराम पर ये और इन जैसे कई गीत पिछले कुछ समय से सर्वत्र गूंज रहे हैं. इस तरह के राम गीतों को करोड़ों दर्शक और श्रोता भी पसंद कर रहे हैं. वैसे देेखा जाये तो अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की घोषणा के बाद से ही फिल्मकारों को फिर से राम याद आने लगे हैं. जिससे गीत-संगीत की दुनिया के साथ-साथ टीवी-सिनेमा का रुपहला पर्दा फिर से राममय हो गया है.
भगवान श्रीराम यूं तो शताब्दियों से हमारे आराध्य रहे हैं. श्रीराम की महिमा भारत में ही नहीं, विश्व के कई देशों में है. गीत-संगीत और सिनेमा की बात करें, तो सिनेमा युग आरंभ होने से बरसों पूर्व भगवान राम के कई भजन घर-घर में गूंजते थे. वर्ष 1913 में देश में मूक सिनेमा की शुरुआत हुई, तो श्रीराम जन्म, रामायण, राम बनवास, राम राज्य वियोग, राम रावण युद्ध और सती सीता जैसी फिल्में कुछेक बरसों में ही आ गयीं. जब 1931 में सवाक फिल्मों का युग आरंभ हुआ तो रामायण और रामायण के विभिन्न पात्रों के नाम से फिल्मों की बाढ़ आ गयी. जिनमें से कुछ फिल्मों ने तो लोकप्रियता के नये आयाम भी बनाये. इन्हीं में से एक है 1956 की फिल्म ‘राम नवमी’. वहीं रामायण पर बनी कालजयी फिल्मों में ‘राम राज्य’, जो दो बार बनी, के साथ ‘संपूर्ण रामायण’ भी है. महात्मा गांधी ने अपने जीवन में सिर्फ एक फिल्म देखी थी और वह थी 1943 में बनी विजय भट्ट की ‘राम राज्य’.

- Advertisement -


हालांकि 1980 का दौर आते-आते भगवान राम पर फिल्म बनने का सिलसिला कुछ थम सा गया. परंतु जब 1987 में रामानंद सागर ने दूरदर्शन के लिए ‘रामायण’ धारावाहिक बनाया, तो एक बार फिर से देश राममय हो गया. इसके बाद दूरदर्शन के साथ कुछ निजी चैनलों ने भी ‘रामायण’ और हनुमान जी पर विभिन्न धारावाहिक बनवाये. उधर 1997 की ‘लव कुश’ सहित रामायण पर दो-तीन और फिल्में भी आ गयीं. परंतु बाद में फिल्म निर्माता रामायण पर फीचर फिल्म बनाने को लेकर उदासीन हो गये. इस परिदृश्य में बड़ा बदलाव अचानक तब आया जब अयोध्या में भगवान श्रीराम का मंदिर बनने के लिए मार्ग प्रशस्त हुआ. जब नौ नवंबर, 2019 को उच्चतम न्यायालय ने अपना निर्णय सुनाते हुए विवादित भूमि रामलला विराजमान को दे दी, तब सरकार ने मंदिर निर्माण के लिए जल्द ही ट्रस्ट बना दिया. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पांच अगस्त, 2020 को राम मंदिर निर्माण के लिए भूमि पूजन कर सभी को उत्साहित कर दिया. उधर हमारे फिल्मकारों का उत्साह तो देखने लायक था. निर्माता भूषण कुमार ने तो 18 अगस्त, 2020 को ही भगवान श्रीराम पर एक बहुभाषी फिल्म ‘आदिपुरुष’ बनाने की घोषणा कर दी. परंतु जब 16 जून, 2023 को ‘आदिपुरुष’ प्रदर्शित हुई तो इसे देख सभी ने अपना माथा पीट लिया. बड़े कैनवास पर बनी इस फिल्म में श्रीराम और हनुमान जी का, कुछ दृश्यों और संवादों में इतना बेहूदा और आपत्तिजनक रूप दिखाया गया कि फिल्म को लेकर विरोध खड़ा हो गया. हालांकि इस फिल्म के गीत कर्णप्रिय थे. फिल्म की पटकथा लिखने वाले मनोज मुंतशिर ने ‘तेरे ही भरोसे हैं हम’ और ‘जन्म जन्म की खोज बताये’ जैसे इतने सुंदर गीत लिखे कि रोम-रोम राममय हो उठा.


इससे पूर्व 22 फरवरी, 2021 को जारी ‘राम सियाराम, सियाराम जय जय राम’ म्यूजिक एल्बम को मिली अपार लोकप्रियता ने कई कलाकारों के हौसले बढ़ा दिये. इस गीत को सचेत टंडन ने गाया, शब्बीर अहमद ने लिखा, और पूनम ठक्कर ने संगीत दिया है. सचेत तो अपने इस गीत से स्टार बन गये. कौशल्या दशरथ के नंदन, राम ललाट पे शोभित चंदन, रघुपति की जय बोले लक्ष्मण, राम सिया का हो अभिनंदन. सचेत के सुरों में गीत का एक-एक शब्द मन की गहराइयों को छूता है. देखा जाये, तो बीते तीन वर्षों में ही अब तक भगवान राम को लेकर करीब 100 गीत आ चुके हैं. जिनमें स्वाति मिश्रा के गाये ‘मेरी झोपड़ी के भाग’, जुबिन नौटियाल के गाये ‘मेरी चौखट पर’, हंसराज रघुवंशी के ‘अयोध्या आये मेरे राम’ और विशाल मिश्रा के स्वर में ‘आज गली-गली अवध सजायेंगे’ काफी लोकप्रिय हो चुके हैं. इन गीतों के अतिरिक्त, अनेक लोकप्रिय राम गीतों को उदित नारायण, शान, कैलाश खेर, सोनू निगम और जया किशोरी आदि अपना स्वर दे, राम का गुणगान कर चुके हैं. दिलचस्प यह है कि इनमें से कई लोकप्रिय गीतों की रचना मनोज मुंतशिर ने ही की है.


उधर राम मंदिर के उद्घाटन से पूर्व ही (एक जनवरी को) सोनी चैनल ने ‘श्रीमद रामायण’ सीरियल का प्रसारण शुरू कर दिया. स्टार प्लस भी जल्द ही ‘चिरंजीवी हनुमान’ शुरू करने जा रहा है. इतना ही नहीं, हाल ही में निर्देशक नितेश तिवारी ने अपनी बहुचर्चित फिल्म ‘रामायण’ की शूटिंग शुरू कर दी है, जिसमें रणबीर कपूर राम और साई पल्लवी सीता की भूमिका में हैं. कुछेक और फिल्मकार, गीतकार भी जल्द ही श्रीराम पर अपने नये प्रोजेक्ट्स शुरू करने को लालायित हैं.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें