13.6 C
Ranchi
Sunday, February 9, 2025 | 03:30 am
13.6 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

जरूरी वित्तीय पहल

Advertisement

कोरोना वायरस के संक्रमण से पैदा हुई अभूतपूर्व चुनौतियों ने भारत समेत समूची दुनिया की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है और यह सिलसिला अगले कई महीनों तक जारी रहने की आशंका जतायी जा रही है. ऐसे में सरकारों के सामने संक्रमण को रोकने और लोगों की जान बचाने के साथ आर्थिक संकट से जूझने की गंभीर समस्या है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

कोरोना वायरस के संक्रमण से पैदा हुई अभूतपूर्व चुनौतियों ने भारत समेत समूची दुनिया की अर्थव्यवस्था को तबाह कर दिया है और यह सिलसिला अगले कई महीनों तक जारी रहने की आशंका जतायी जा रही है. ऐसे में सरकारों के सामने संक्रमण को रोकने और लोगों की जान बचाने के साथ आर्थिक संकट से जूझने की गंभीर समस्या है. भारत सरकार की ओर से उद्योगों, वित्तीय संस्थाओं और आम लोगों को राहत और मदद देने के लिए लगातार घोषणाएं की जा रही हैं. रिजर्व बैंक भी अपने स्तर पर इस कोशिश में अहम योगदान दे रहा है. बाजार में नकदी की प्रवाह को सुनिश्चित करने के लिए केंद्रीय बैंक ने रिवर्स रेपो रेट को घटाकर 3.75 फीसदी कर दिया है. ऐसी कटौती आगे भी होने की संभावना है.

- Advertisement -

इसके अलावा विभिन्न गैर-बैंकिंग संस्थाओं को धन उपलब्ध कराने की घोषणा भी की गयी है. बैंकों को कुछ नियमों में छूट दी गयी है, जिससे कारोबारियों और आम जन के लिए नकदी मुहैया कराने में आसानी होगी. पचास हजार करोड़ की पूंजी बाजार में आने से खेती, आवास और कारोबारी कर्ज देने में आसानी होगी. लॉकडाउन की वजह से औद्योगिक और अन्य आर्थिक गतिविधियों में बड़े पैमाने पर रुकावट की वजह से तमाम तरह के कारोबार मुश्किल में हैं. बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ रही है और कामगारों के पलायन से एक ओर ग्रामीण आर्थिकी पर दबाव बढ़ने की आशंका है, तो दूसरी तरफ शहरी क्षेत्रों में कारोबारी भविष्य पर सवालिया निशान लग गया है.

ऐसे में रिजर्व बैंक और सरकार से ही उम्मीदें बंधी हुई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सही ही कहा है कि रिजर्व बैंक की पहलकदमी से छोटे कारोबारियों, लघु उद्योगों, किसानों और गरीब तबके को मदद मिलेगी. जैसा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने रेखांकित किया है कि रिजर्व बैंक के फैसलों से संकुचन और अवरोध की शिकार पूरी आर्थिकी में नकदी आयेगी, जो अभी सबसे जरूरी है. यदि बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थाओं के पास धन होगा और वे उन्हें निर्गत कर सकेंगे, तो वित्तीय दबाव में कमी आयेगी तथा बाजार सुचारू रूप से गतिशील होने की स्थिति में होगा.

यदि उत्पादन और बाजार की गतिविधियों का संचालन होता रहेगा, तो लॉकडाउन खुलने के बाद अर्थव्यवस्था को संभालने में बड़ी मदद मिलेगी. ऐसी पहलकदमी और सरकार की ओर से घोषित वित्तीय पैकेज से कोरोना संक्रमण और तालाबंदी के मौजूदा झटकों को बर्दाश्त किया जा सकता है. लेकिन, हमें यह भी समझना होगा कि भविष्य की स्थिति और संकट का आकार इस बात पर निर्भर करता है कि हम किस कुशलता और सफलता के साथ कम-से-कम समय में संक्रमण पर नियंत्रण कर पाते हैं तथा आर्थिक गतिविधियों को फिर से सामान्य स्तर पर ला पाते हैं.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें