16.8 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

विकसित देश का लक्ष्य

Advertisement

प्रधानमंत्री ने कहा है कि भारत को एक ऐसा विकसित देश होना चाहिए, जो आत्मनिर्भर होने के साथ सभी को उनके सपने साकार करने का समान अधिकार देता हो.

Audio Book

ऑडियो सुनें

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पिछले कुछ समय से लगातार भारत के विकसित राष्ट्र बनने के लक्ष्य पर जोर दे रहे हैं. उन्होंने पिछले वर्ष भी और इस वर्ष भी लाल किले से स्वतंत्रता दिवस पर अपने संबोधन में कहा था कि 2047 में आजादी के 100 वर्ष पूरा होने तक भारत का तिरंगा विकसित भारत का तिरंगा होना चाहिए. पिछले कुछ समय में भारत ने अपनी आर्थिक शक्ति का परिचय दिया है और आर्थिक महाशक्तियों को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन गया है. इसके बाद से ऐसा कहा जाने लगा है कि वह दिन दूर नहीं जब भारत जापान, चीन और अमेरिका के और करीब पहुंच जायेगा. रेटिंग एजेंसी स्टैंडर्ड एंड पुअर्स ने अपने ताजा अनुमान में कहा है कि भारत 2030 तक 7.3 ट्रिलियन डॉलर की जीडीपी के साथ जापान को पीछे छोड़ एशिया की दूसरी सबसे बड़ी और दुनिया की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बन सकता है.

- Advertisement -

इन परिस्थितियों में ऐसा लगता है कि आर्थिक तरक्की के पैमाने पर भारत का अच्छा प्रदर्शन जारी रहेगा. लेकिन, भारत के आर्थिक महाशक्ति बनने भर से क्या भारत विकसित राष्ट्र बन जायेगा? यह सवाल लगातार लोगों के मन में घुमड़ रहा है. इसमें लेशमात्र भी संदेह नहीं है कि भारत ने अच्छी खासी प्रगति की है. पर यह भी कटु सत्य है कि अभी भी देश की बड़ी आबादी तक न तो विकास के लाभ पहुंच सके हैं, न ही वह विकास में योगदान कर पा रही है. इस चुनौती की चर्चा होती रही है और शायद सरकार को भी इसका अहसास है कि विकसित देश का लक्ष्य सबकी भागीदारी के बिना पूर्ण नहीं हो सकता. इस संदर्भ में प्रधानमंत्री मोदी की विजयादशमी पर दिल्ली में रामलीला के दौरान कही गयी बातें विशेष महत्व रखती हैं. उन्होंने कहा है कि भारत को एक ऐसा विकसित देश होना चाहिए, जो आत्मनिर्भर होने के साथ सभी को उनके सपने साकार करने का समान अधिकार देता हो.

उनकी यह टिप्पणी हर उस देशवासी को भरोसा देती है, जिसे लगता है कि विकसित भारत कुछ खास लोगों का भारत होगा. प्रधानमंत्री ने पिछले सप्ताह ग्वालियर में भी एक कार्यक्रम में कहा था कि सरकार एक ऐसा माहौल बनाना चाहती है, जिसमें अवसरों की कमी न हो. प्रधानमंत्री ने वहां कहा था कि भारत गरीबी भी दूर करेगा और विकसित भी बनेगा. भारत के विकसित देश बनने के सफर की सफलता के लिए उस आबादी का ध्यान रखना बहुत जरूरी है, जो विकास की गाड़ी पर सवार नहीं हो पा रही. ऐसी आबादी की भागीदारी से ही विकास के इंजन की गति तेज होगी.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें