26.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 06:53 pm
26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

नये शहरों से नयी उम्मीदें

Advertisement

शहरों में बढ़ती आबादी के पीछे रोजगार और विकास की स्वाभाविक आकांक्षा है. बेहतर भविष्य की उम्मीद में पलायन कर हर साल शहरों और कस्बों में पहुंचनेवाले लोगों की संख्या एक करोड़ से अधिक है. लेकिन, इतने बड़े पलायन को संभालने के लिए मौजूदा व्यवस्थागत तैयारी में अनेक खामियां हैं. लगभग 37 करोड़ से अधिक […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

शहरों में बढ़ती आबादी के पीछे रोजगार और विकास की स्वाभाविक आकांक्षा है. बेहतर भविष्य की उम्मीद में पलायन कर हर साल शहरों और कस्बों में पहुंचनेवाले लोगों की संख्या एक करोड़ से अधिक है. लेकिन, इतने बड़े पलायन को संभालने के लिए मौजूदा व्यवस्थागत तैयारी में अनेक खामियां हैं. लगभग 37 करोड़ से अधिक लोग शहरों में रहते हैं और अगले एक दशक में 30 करोड़ और लोग शहरी आबादी का हिस्सा बन जायेंगे. दुनिया के किसी अन्य देश की तुलना में भारत में शहरीकरण तेजी से हो रहा है. यह भी सच है कि देश को शहरीकृत कर देना एक रात की कहानी नहीं है. लेकिन, इतना तो तय है कि नये शहरों के समुचित विकास बिना देश के तरक्की की कल्पना निराधार है.
देश की पहली स्मार्ट सिटी ‘गिफ्ट सिटी’ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उचित ही कहा है कि नये भारत के सपना को पूरा करने में नये शहरों की भूमिका महत्वपूर्ण है. शहरी जीवन की बेहतरी के लिए आवास के मामले को मौजूदा पंचवर्षीय योजना में सरकार द्वारा प्रमुखता देना प्रशंसनीय है. स्मार्ट सिटी योजना भी शहरों के उत्थान में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है. लेकिन, साथ ही यह सुनिश्चित करना जरूरी है कि शहरी आबादी मूलभूत सुविधाओं से युक्त, झुग्गी-झोपड़ियों से मुक्त हो और निचले तबकों के लिए बेहतर जीवन की समान संभावनाएं मौजूद हों. एप आधारित सुविधाओं को उपलब्ध कराना, पब्लिक वाइ-फाइ और शहरों का सौंदर्यीकरण जैसे कार्य सराहनीय हैं, लेकिन इससे पहले आबादी के बोझ से कराहते शहरों में स्वच्छ जल, बिजली आपूर्ति और कचरा प्रबंंधन की व्यवस्था को सुनिश्चित करना होगा.
पर्यावरण जनित समस्याएं, मसलन- कचरा प्रबंधन, जल निकासी, सफाई की व्यवस्था नहीं होने से न केवल जन-जीवन प्रभावित होता है, बल्कि विषाणुजनित संक्रमण, डेंगू, अस्थमा आदि बीमारियों की संभावना बढ़ जाती है. शहरीकरण को सफल बनाने की पहली शर्त है कि ढांचागत सुविधाओं के साथ स्वच्छ पर्यावरण के लिए जन भागीदारी को प्रोत्साहित किया जाये. ग्लोबल कमीशन ऑन इकोनॉमी एंड क्लाइमेट के एक शोध रिपोर्ट के मुताबिक भारत में शहरी प्रबंधन के नियमों के विपरीत शहरी आबादी अनियंत्रित तरीके से बढ़ रही है.
पर्याप्त पेयजल, सुचारू यातायात, बिजली की आपूर्ति नहीं होने के साथ पर्यावरण से जुड़ी समस्याएं बढ़ रही हैं. विश्व स्वास्थ संगठन भारतीय शहरों में वायु प्रदूषण पर पहले ही चिंता जाहिर कर चुका है. स्मार्टसिटी का सपना वास्तुगत सौंदर्य की कवायदों में नहीं, बल्कि मूलभूत सुविधाओं में निहित होना चाहिए, जहां स्वच्छता, स्वास्थ्य, रोजगार, बिजली, आवास आदि जिंदगी का जरूरी हिस्सा हों.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें