17.1 C
Ranchi
Thursday, February 13, 2025 | 01:34 am
17.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

दिवाली में पटाखे के इस्तेमाल पर सुप्रीम कोर्ट सख्त, कहा- जश्न मनाइए, लेकिन किसी की जान की कीमत पर नहीं

Advertisement

सर्वोच्च अदालत ने कहा कि पटाखों की वजह से अस्थमा और दूसरे रोगों से पीड़ित लोगों को परेशानी होती है.

Audio Book

ऑडियो सुनें

नई दिल्ली : दशहरा-दिवाली पर पटाखे फोड़े जाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट एक बार फिर सख्त हो गया है. उसने बुधवार को कहा कि हम जश्न मनाने के खिलाफ नहीं हैं, लेकिन दूसरों की जान की कीमत पर ऐसा नहीं होना चाहिए. पटाखों पर बैन के बावजूद इसके इस्तेमाल किए जाने को लेकर सर्वोच्च अदालत ने नाराजगी जाहिर की है. उसने कहा कि हमारे देश में आदेशों को लागू कराना अहम समस्या है.

जस्टिस एमआर शाह और जस्टिस एएस बोपन्ना की बेंच ने सुनवाई करते हुए कहा कि उत्सव दूसरों की जान की कीमत पर नहीं हो सकता. बेंच ने कहा कि हम जश्न मनाने के खिलाफ नहीं हैं. आप त्योहार मनाना चाहते हैं, तो हम भी मनाना चाहते हैं, लेकिन किस कीमत पर… हमें ये भी सोचना होगा.

सर्वोच्च अदालत ने कहा कि पटाखों की वजह से अस्थमा और दूसरे रोगों से पीड़ित लोगों को परेशानी होती है. हर त्योहार और समारोहों में पटाखे फोड़े जाते हैं, जिससे लोगों की परेशानी होती है. इससे किसी को कोई लेना-देना नहीं है.

पटाखों पर प्रतिबंध के बावजूद इसके इस्तेमाल पर नाराजगी जताते हुए उसने कहा कि हमारे पहले के आदेशों का पालन किया जाना चाहिए. आज आप किसी भी जश्न में जाएं, तो वहां देखेंगे कि पटाखे फूट रहे हैं. खास तौर पर लड़ी वाले पटाखे. हमने पहले ही इन पर प्रतिबंध लगा रखा है, लेकिन बाजारों में इन्हें बेचा जा रहा है और धड़ल्ले से इस्तेमाल भी किया जा रहा है.

Also Read: कोयले की कमी से त्योहारों में बत्ती होगी गुल, आखिर अचानक कैसे शुरू हो गया संकट, आइए जानते हैं

अदालत ने आगे कहा कि इसे बनाने वाले कहते हैं कि हमने सिर्फ गोदाम में रखे हैं. पटाखों को गोदाम में क्यों रखा जा रहा है? क्या ये खरीद के लिए नहीं है? हम आपको पटाखे गोदामों में भी रखने की अनुमति नहीं देंगे. ऐसे जोरदार पटाखों की जरूरत ही क्यों हैं? हल्के पटाखों से भी जश्न मनाया जा सकता है. इस मामले पर अगली सुनवाई 26 अक्टूबर को होगी.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें